महिलाएं चाहे तो परिवार घर को स्वर्ग बन सकती है
गणिनी आर्यिका स्वास्ति भूषण माताजी
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
20 नवंबर बुधवार 2025 प्रातः 8:30 पर
जहाजपुर अतिशष क्षेत्र अपार जैन समुदाय को संबोधित करते हुए स्वास्ति भूषण माता ने बताया यह क्षेत्र 1008 मुनि सुव्रतनाथ स्वामी का मन भावन क्षेत्र है यहां पर प्रतिदिन अपार भक्तों को अपनी भक्ति कर शांति प्राप्त होती है
यह एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर संपूर्ण प्रदेशों से अपने परिवार से लोग आकर अपने धर्म प्रभावना पूजा भक्ति अभिषेक का लाभ प्राप्त करते हैं
गुरु माता ने तीन महिलाओं का उदाहरण देते हुए बतलाया की एक ही काम को करने वाली एक ही परिवार की महिलाएं अलग-अलग रहकर उनके किस प्रकार के विचार उत्पन्न होते हैं
काफी समय बाद तीनों महिलाएं एक साथ मिलने पर अपने-अपने विचारों से अवगत करती है
प्रथम महिला ने बतलाया कि मैं बहुत पुण्यशाली भाग्यशाली हूं जो अपने हाथों से अपने परिवार के बीच सास ससुर मेरे पति बच्चों को भोजन बनाकर शुद्ध खाना खिलाता हूं अपना मनपसंद रहकर में खाना बनाती हूं स्वादिष्ट खाना बनाते समय मेरा णमोकार मंत्र को जाप करती हूं ताकि मेरा भोजन स्वादिष्ट बने और एक औषधि का कार्य करें परिवार के लोग कभी बीमार ना हो मेरा घर स्वर्ग से सुंदर बने ऐसे प्रभु से आराधना कर मैं परिवार जनों को खाना खिलाता हूं मेरा घर स्वर्ग से सुंदर उसे महिला ने बतलाया
दूसरी महिला ने बतलाया वह स्वभाव से बहुत गुस्सा करती थी बात-बात में लड़ाई झगड़ा उत्पन्न करती थी घर का चूल्हा चौका में मेरी पूरी जिंदगी निकल गई मुझे कभी फुर्सत ही नहीं मिलती घर में हमेशा उत्पन्न झगड़ा रहता है कभी मीठी वाणी उसने बोली नहीं हमेशा अपने बच्चे अपने पति अपने सास ससुर से अभद्र भाषा का प्रयोग करती थी ऐसे गुस्सा बनाने वाली महिला का हाथ से बना हुआ भोजन एक विश समान काम करता है घर में सदैव अशांति बनी रहती है लड़ाई झगड़ा उत्पन्न होता है यह घर एक नर्क जैसी याचना है
तीसरी महिला का उदाहरण देते माता ने बताया कि घर पर खाना बनाने में मुझे बहुत आलस आते हैं मेरा मन खाने बनाने में नहीं लगता सदेव ही होटल से बाहर का खाना मंगा कर खाती हूं इस कारण मेरे परिवार में बच्चे पति बहुत बीमार रहते हैं मैं अक्षर डॉक्टर के पास जाकर बीमारी का इलाज करने में दवाई लाने में मुझे समय नहीं मिलता मेरा घर इस कारण से एक नर्क जैसी याचना भोग रही हु
गुरु माता ने यह भी बताया
महिलाओं के हाथ में ही अपने घर को स्वर्ग और नरक बनाना उत्पन्न होता है किस प्रकार की वह भाषाओं का प्रयोग करती है किस प्रकार अपने परिवार को संगठन में बांधकर के रखती है किस प्रकार बच्चों को संस्कार करती है किस प्रकार पति को आदर्श में बनती है यह सब एक महिला के हाथ में होता है वह जैसा चाहेगी घर को स्वर्ग बना देगी वह जैसा चाहे तो घर को नर्क बना देगी ऐसा माता ने अपने उद्बोधन में अपार भक्तों को बताया
आए दिन क्षेत्र पर मंडल विधान पूजन शांति धारा अपार भक्त पहुंचकर धर्म का लाभ प्राप्त करते हैं
जैन गजट संवाददाता महावीर सरावगी को माता ने अपना आशीष देते हुए कहा कि अपनी कलम को धर्म कार्य में अग्रसर बढ़ाते रहना
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान















