आज अहिंसा और अनेकांत की प्रतिमूर्ति तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी के 2552वें निर्वाण दिवस पर उन्हें कोटिशः नमन ।
उनकी शिक्षाएँ – “अहिंसा परमो धर्मः” – आज भी हमें दया, करुणा और समत्व का मार्ग दिखाती हैं।
श्री गणधर गौतम स्वामी के कैवल्य ज्ञान दिवस और दीपावली के महापर्व पर, आओ हम सब अपने विचार, वचन और कर्म से अहिंसा का दीप जलाएँ।
जैन धर्म के 24 वें तीर्थकर भगवान श्री महावीर स्वामी के 2552 वें निर्वाणोत्सव एवं श्री गौतम गणधर के केवलज्ञान कल्याणक महोत्सव पर हावड़ा डबसन के श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर जी में निर्वाण महा महोत्सव बड़े ही धूम धाम से मनाया गया एवं निर्वाण लाडू चढ़ाया गया
आज के परम पुनित दिवस पर सुबह से ही मंदिर जी में भक्तों का तांता लगा हुआ था
सभी भक्तों ने भगवान का अभिषेक शांतिधारा,पूजन की एवं निर्वाण लाडू चढ़ाया सभी लोग एक दूसरे से मिलकर दीवाली की शुभकामनाएं दे रहे थे