कोटा। महावीर नगर विस्तार योजना स्थित दिगंबर जैन मंदिर में मंगलवार, 17 जून 2025 को जैन समाज के लिए परम पुण्य और हर्ष का अवसर रहा। आर.के.पुरम दिगंबर जैन मंदिर से विहार करते हुए परम पूज्य 108 मुनि श्री वैराग्य सागर जी महाराज एवं मुनि श्री 108 सुप्रभ सागर जी महाराज का ससंघ भव्य मंगल प्रवेश संपन्न हुआ।
मुनिश्री के आगमन पर श्रद्धालुओं द्वारा मंदिर परिसर में पुष्पवर्षा, जयकारों और भक्ति भाव से स्वागत किया गया। इस अवसर पर क्षेत्र में आध्यात्मिक उल्लास का वातावरण निर्मित हो गया।
शांतिधारा एवं धार्मिक अनुष्ठान संपन्न
मंगल प्रवेश के उपरांत शांतिधारा, दीप प्रज्वलन, गुरु चरणों का पद प्रक्षालन एवं शास्त्र समर्पण जैसे विविध धार्मिक अनुष्ठान श्रद्धा व भक्ति भाव से आयोजित किए गए। इन पुण्य आयोजनों का लाभ महेन्द्र जैन, आशीष जैन अखिल जैन लांबावास कैलाश, संजय एवं मुकेश जेठानीवाल को प्राप्त हुआ।
आहारचर्या का सौभाग्य
मुनिश्री की आहारचर्या का सौभाग्य श्री हुकमचंद जैन, सिद्धार्थ जैन, श्रेयांश हरसोरा, रमेश कुमार, नवीन कुमार एवं अनिल कुमार दोराया को प्राप्त हुआ।
प्रवचनों में जीवनदर्शन की झलक
प्रवचन सभा में मुनि श्री 108 सुप्रभ सागर जी महाराज ने कहा,
“पत्थर जब निरंतर घिसता है तो रेत में परिवर्तित हो जाता है। उसी प्रकार संसार का मोह आत्मा की मौलिकता को समाप्त कर देता है। धर्म ही एकमात्र मार्ग है जो आत्मा को इस भ्रमजाल से मुक्त करता है।”
वहीं मुनि श्री 108 वैराग्य सागर जी महाराज ने आत्मचिंतन की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए कहा,
“मनुष्य जीवनभर दूसरों की चिंता करता है, पर स्वयं के कल्याण की ओर नहीं देखता। आत्मकल्याण का मार्ग आत्मचिंतन से ही प्रशस्त होता है। बाह्य परिवर्तन से अधिक महत्वपूर्ण है अंतर परिवर्तन।”
समाज की सहभागिता सराहनीय
समारोह में सकल दिगंबर जैन समाज व महावीर नगर विस्तार योजना जैन मंदिर समिति की ओर से मुनि संघ का भव्य स्वागत किया गया। समाज अध्यक्ष सिद्धार्थ ‘बंटी’ जैन ने जानकारी दी कि प्रतिदिन प्रातः 8 बजे मुनिश्री का प्रवचन मंदिर में आयोजित किये जायेगा। महामंत्री पारस जैन ने सभी समाजजनों से अधिक संख्या में उपस्थित होकर धर्मलाभ लेने की अपील की।
इस पावन अवसर पर श्री दिगंबर जैन समाज के अध्यक्ष प्रकाश बज, वार्ड प्रभारी प्रफुल्ल पाठक, उपाध्यक्ष संजय जैन, कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश, रोहित खटोड़, ललित लूंगा, विजेंद्र श्रीमाल सहित अनेक गणमान्य समाजबंधु उपस्थित रहे।