आर्यिका विशेषमती माताजी का हुआ भव्य पिच्छिका परिवर्तन समारोह में उमडा संपूर्ण जैन समाज
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
जिला टोंक के उनियारा ग्राम में
गणिनी आर्यिका विशुद्ध मति माताजी की परम प्रभावक शिष्य आर्यिका विशेष मति माताजी
13 अक्टूबर 2025 गुरुवार को दोपहर को 1:00 बजे जैन धर्मशाला में दोपहर:
समारोह प्रारंभ हुआ
जिसमें नवीन पीछिका सौभाग्य बोली द्वारा प्राप्त किया सैष्टि
विमल कुमार जिनेंद्र सर्राफ समीधी सौभाग्य प्राप्त किया
जिनवाणी का सौभाग्य आशा जैन एंड ग्रुप उनियारा
वस्त्र भेंट का सौभाग्य रामचरण अरविंद जैन बासी
माताजी की अष्ट द्रव्य से पूजन में स्थापना का सौभाग्य नैनवा के सैष्टि भक्तों में महावीर सरावगी मोहन मारवाड़ा ललित जैन प्रकाश जैन बड़जात्या महेंद्र सेठी जिनेंद्र जैन को सौभाग्य प्राप्त हुआ
बारी-बारी से सभी महिला मंडलों सरावगी महिला मंडल अग्रवाल महिला मंडल समिति के सभी सदस्यों द्वारा पूजन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ
बाहर से पधारे सभी अतिथियों का समिति द्वारा स्वागत सम्मान किया गया
इस कलयुग में दिगंबर संतो ने दिगंबर की पहचान बनाई है
आर्यिका विशेष मति माताजी ने बताया भगवान के दर्शन करने मात्र से अशुभ कर्म का नाश होता है संतो के वचन कभी असत्य नहीं होते उनियारा वालों ने अपना सौभाग्य आजमाया है वर्षा योग करा कर काफी लंबे समय बाद यहां चातुर्मास प्राप्त हुआ है उनियारा की महिलाओं की माताजी ने बहुत ही प्रशंसा करते बताया कि सभी मंडलों की महिलाओं ने चार माह बहुत ही पुण्य प्राप्त किया है चार माह आहार कराने का सौभाग्य इन्हें प्राप्त हुआ है श्रावक तो निर्माण करते हैं साधु निर्वाह करते हैं माताजी ने यह भी बताया कि कलयुग में दिगंबर संत ना होते तो अपनी दिगंबरो की पहचान नहीं बनती दिगंबर संत अपने शरीर पर एक धागा तक नहीं रखते इस कारण साधु दिगंबर कहलाते हैं अपने पास एक मयूर के पंखों से बनी पिछिका उपकरण सदैव रखते हैं यह दिगंबर पहचान संतों की बनी हुई है मनुष्य 24 घंटे पापो की क्रिया करते हैं और साधु को श्रावक अपने हाथों से आहार देने का सौभाग्य प्राप्त होता है इस आहार के प्रभाव से ही अपने किए हुए कर्मों का क्षय होता है
आर्यिका ने यह भी बताया अधर्म की क्रिया करने वाले का वर्तमान भी ठीक नहीं होता और भविष्य भी ठीक नहीं होता
उन्होंने एक विषय भोगों में लिफ्त उदाहरण देते हुए बताया की वैश्या का वर्तमान तो अच्छा हो सकता है हर शोहरत और सुविधाएं प्राप्त हो सकती है परंतु भविष्य कभी उसका अच्छा नहीं होगा
वर्षा योग के मंगल कलश की सबसे अधिक संख्या में माला फैरने वाली महिलाओं में श्रीमती रामकन्या जैन श्रीमती रूपा देवी डिकोलिया
श्रीमती मनभर देवी आदि का समारोह में स्वागत सम्मान किया
वर्षा योग समिति के अध्यक्ष ओमप्रकाश जैन सूतडा वाले
मंत्री घासी लाल जैन खूट वाले
कजोड़ जैन सर्राफ हुकुमचंद जैन बाबूलाल जैन कासलीवाल एडवोकेट बाबूलाल जैन गोयल संपूर्ण कार्यकारिणी का माताजी ने कहा की सभी लोगों ने चार माह तक चातुर्मास में अपना समय निकालकर पूरा योगदान दिया है इनकी जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है वर्षा योग का कब स्थापना हुई और कब समापन हो गया यह भी मालूम नहीं हुआ इस समारोह में नैनवा देई पलाई
उनियारा अलीगढ़ रामपुरा सवाई माधोपुर अनेक जगह से मुनि भक्तों भाग लिया उनियारा धार्मिक विचारों वाला समाज है पहली बार मुझे यहां पर आने का अवसर मिला है बहुत ही अच्छा वर्षा योग दिगंबर जैन समाज संपन्न कराया सभी को गुरु माता ने अपना आशीष देते हुए कहा कि धर्मनगरी है हमेशा दिगंबर आने वाले संतों की उनकी इस प्रकार ही सेवा करते रहना
संपूर्ण जैन समाज अतिथियों का सामूहिक भोज समाज द्वारा रखा गया
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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