हजारों लोग साथ में हो मगर सत्य ना हो वह अधर्म ही होता है
/दिगंबर जैन संत प्रवचन केसरी विश्रांत सागर महाराज/
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
चौरई मध्य प्रदेश
आज दिनांक 24 सितंबर को परम पूज्य,प्रवचन केसरी, मुनि श्री 108 विश्रांत सागर महाराज जी ने दिगंबर जैन जिनालय में अपने मंगल प्रवचनों में कहा है कि हजारों लोग साथ में हों और सत्य न हो तो वह सत्य नहीं हो जाएगा और एक भी व्यक्ति साथ ना दे सत्य हो तो भी सत्य ही रहेगा ,किसी के जुगनू कहने पर सूर्य जुगनू नहीं हो जाएगा और जुगनू को सूर्य कहने पर जुगनू सूर्य नहीं हो जाएगा,
दिगंबर संत ने यह भी बताया कि सत्य बहुत ताकतवर होता है कभी टूटता नहीं है असत्य बहुत कमजोर होता है बहुत जल्दी टूट जाता है
बहुत छोटे से गांव में बहुत कम जैन समाज परिवार होने पर भी धर्म की इतनी प्रभावना चल रही है कि जिसे देखकर लोग बड़ा आश्चर्य करते हैं
अपार भक्तों की धर्म सभा में मुनि ने यह भी बताया की धर्म से बड़ी वस्तु इस संसार में कोई नहीं है
धर्म से संसार की सारी विभूतियां प्राप्त होती है जहां धर्म होता है वहां सदा मंगल ही मंगल होता है
बड़े-बड़े राजा महाराजा राजनेता देश के प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री विधायक पैसे वाले साधु के चरणों में आकर आशीष प्राप्त करते हैं इसको आज बड़े-बड़े पदों पर है यह धर्म का यह कारण है उन्होंने बताया
धर्म सभा में दूर-दूर से आए मुनि भक्तों को उन्होंने अपना आशीष दिया
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी