सुसनेर में हुआ गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी एवं विशुद्ध रत्न समत्व सागर जी महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
15 वर्षों बाद मध्य प्रदेश की धारा पर महान जैन संतों का हुआ आगमन
10 अप्रैल गुरुवार 2025
भगवान महावीर स्वामी की जयंती पर
प. पू. राष्ट्रसंत गणाचार्य विराग सागर जी महाराज की सुविज्ञ शिष्या भारत गौरव श्रमणी गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ एवं विशुद्ध रत्न समत्व सागर जी महाराज ससंघ का भव्य मंगल प्रवेश सुसनेर में हुआ। श्री चन्द्रप्रभु दिगम्बर जैन छोटा मंदिर सुसनेर मध्यप्रदेश में हुआ। माताजी ससंघ का 15 वर्षों के पश्चात मध्यप्रदेश की धरा में आगमन हुआ। द्वय संघों की आहारचर्या शत्रुखेडी में संपन्न हुई थी । तत्पश्चात सुसनेर में प्रवेश हुआ। महावीर जयंती के पावन अवसर पर सुसनेर समाज को समत्व सागर जी महाराज एवं गणिनी आर्यिका विज्ञाश्री माताजी ससंघ का पावन सानिध्य प्राप्त होगा ।
पूज्य माताजी ने धर्मसभा में उपस्थित जनसमूह को सम्बोधित करते हुए कहा कि – आज विश्व णमोकार महामंत्र दिवस है। यदि हम सच्चे जैनी है तो हमें अपने दिल में णमोकार को प्रतिदिन ध्याना चाहिए सिर्फ एक दिन नहीं बल्कि हर दिन णमोकार दिवस मनाना चाहिए। विश्व में वचन शक्ति सबसे बड़ी शक्ति है। क्योंकि अंत:करण को बदलने की शक्ति केवल शब्दों में है । एक शब्द रामायण और महाभारत रच देता है। तभी तो कहा कि ‘शब्द संवारे बोलिए , शब्द के हाथ न पांव । एक शब्द करे औषधी , एक शब्द करे घाव। ‘ शब्द ब्रह्म है। परम – ब्रह्म की प्राप्ति शब्द – ब्रह्म से होती है। भाषा – शक्ति ब्रह्मास्त्र से भी अधिक शक्ति – सम्पन्न है । क्रोध की भाषा ही महाभारत की परिभाषा है।
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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