एक लाख से अधिक लोगों द्वारा किए गए जनआंदोलन के साथ-साथ, आचार्य गुणधर नंदी जी ने पारस चैनल और जूम के माध्यम से लगातार अभियान चलाया। उन्हीं के प्रयासों से चार भट्टारक जी मुंबई में मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस से चर्चा हेतु पहुंचे।
राज्य सरकार भी सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी – मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस
सांसद धैर्यशील माने, सांसद विशाल पाटील, विधायक राजेंद्र पाटील यड्रावकर, विश्वजीत कदम, सतेज पाटील, अशोक माने, सदाभाऊ खोत, अमल महाडिक, पूर्व सांसद राजू शेट्टी, पूर्व विधायक प्रकाश आवहाडे, विधायक राहुल प्रकाश आवहाडे, जैन अल्पसंख्यक विकास महामंडल के अध्यक्ष ललित गांधी, आदी इस अवसर पर मुख्यमंत्री से मिले व चर्चा की ।
विषय को लेकर ग्लोबल महासभा के संस्थापक अध्यक्ष जमनालाल जैन हपावत, गुजराती दिगंबर जैन महासंघ के मुंबई पूर्व अध्यक्ष एवं ग्लोबल महासभा के पेट्रोन मेंबर चेतनजी अमरतलालजी, ब्रह्मचारी देवेंद्र भाई तथा महाराष्ट्र के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी मुख्यमंत्री से भेंट कर चर्चा पहुंचे।
मुंबई, दि. 5 – माधुरी हाथिनी फिर से नांदणी मठ में लौट आए, ऐसी जनभावना है। इस जनभावना को ध्यान में रखते हुए नांदणी मठ को सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करनी चाहिए। राज्य सरकार भी स्वतंत्र रूप से पुनर्विचार याचिका दाखिल कर सुप्रीम कोर्ट में हाथिनी को वापस दिलाने के संबंध में अपनी भूमिका रखेगी, ऐसा कहते हुए इस मामले में राज्य सरकार पूरी तरह से मठ के साथ है, यह मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्पष्ट किया।
मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस की अध्यक्षता में नांदणी मठ (ता. शिरोळ, जिला कोल्हापुर) की माधुरी उर्फ महादेवी हाथिनी के मुद्दे पर मंत्रालय के मंत्रिमंडल सभागृह में बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार की भूमिका स्पष्ट की। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार, वन मंत्री गणेश नाईक, उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत दादा पाटील, जलसंपदा मंत्री गिरीश महाजन, चिकित्सा मंत्री हसन मुश्रीफ, स्वास्थ्य मंत्री प्रकाश आबिटकर, नांदणी मठ के प्रतिनिधि तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।
हाथिनी की देखभाल के लिए विशेष दल गठित होगा
मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि 34 वर्षों से नांदणी मठ में रही माधुरी हाथिनी को पुनः मठ में लाने की जनभावना को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका दाखिल करेगी। वन विभाग विस्तृत भूमिका प्रस्तुत करेगा और देखभाल के लिए डॉक्टरों सहित विशेष दल बनाया जाएगा। जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू सेंटर की सुविधा भी दी जाएगी।
साथ ही नागरिकों पर दर्ज मुकदमे वापस लिए जाएंगे।
उपमुख्यमंत्री श्री अजित पवार ने महाराष्ट्र से बाहर ले जाए गए हाथियों की जानकारी एकत्र करने के निर्देश दिए।
आचार्य श्री गुणधर नंदी जी ने लगातार पारस चैनल और जूम एप के माध्यम से इस विषय पर जोरदार आंदोलन चलाया। उनके निरंतर प्रयासों के परिणामस्वरूप ही मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस के साथ यह विशेष बैठक संभव हो सकी।
इस बैठक में चार प्रतिष्ठित भट्टारक भी उपस्थित थे:
1) स्वस्तिश्री जिनसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामीजी, नांदणी
2) स्वस्तिश्री धर्मसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामीजी, वरूर
3) स्वस्तिश्री सौरभसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामीजी, तिजारा
4) स्वस्तिश्री लक्ष्मीसेन भट्टारक पट्टाचार्य महास्वामीजी, कोल्हापुर
इस अवसर पर उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने कहा कि जनता की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए माधुरी हाथिनी को लाने के लिए राज्य सरकार को पहल करनी चाहिए, ऐसी भूमिका उन्होंने रखी।
इस अवसर पर उपस्थित रहे –
सांसद धैर्यशील माने, सांसद विशाल पाटील, विधायक राजेंद्र पाटील यड्रावकर, विश्वजीत कदम, सतेज पाटील, अशोक माने, सदाभाऊ खोत, राहुल आवाडे, अमल महाडिक, पूर्व सांसद राजू शेट्टी, पूर्व विधायक प्रकाश आवहाडे, विधायक राहुल प्रकाश आवहाडे, ब्रह्मचारी देवेंद्र भाई, जमनालाल जैन हपावत, गुजराती दिगंबर जैन महासंघ के मुंबई पूर्व अध्यक्ष एवं ग्लोबल महासभा के पेट्रोन मेंबर चेतनजी अमरतलालजी, साथ ही महाराष्ट्र के सभी वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित थे।
नांदणी मठ के पूज्य स्वस्तिश्री जिनसेन महास्वामीजी, वन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिलिंद म्हैसकर, प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्य जीव) श्रीनिवास राव, कोल्हापुर के जिलाधिकारी अमोल येडगे, जैन समाज के स्वामी एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
✍️विनोद रोकडे जैन