मधुबन की 13 पंथी कोठी में सन्त निवास एवं चरण मंदिर /छतरी का भव्य शिलान्यास समारोह
शाश्वत सिद्ध क्षेत्र श्री सम्मेद शिखर जी में स्थित, तेरहपंथी कोठी क्षेत्र में मूलनायक 1008 श्री पुष्पदंतनाथ भगवान की सुंदर, मनोज्ञ प्रतिमा वाला जिनालय हैं।
शाश्वत सिद्धक्षेत्र श्री सम्मेदशिखर जी आने वाले विहाररत ज्यादातर सभी साधु-मुनि संघ तेरहपंथी कोठी में दर्शन करते रहे हैं ऐसा सौभाग्य इस कोठी को मिला है।
जब जैन संत, मुनि संघ का सानिध्य किसी क्षेत्र को मिलता है तो उस क्षेत्र की इच्छा होती हैं यह शुभ मंगल सानिध्य उन्हें कुछ और अधिक समय तक प्राप्त हो। इस क्षेत्र पर सन्त निवास की व्रहद व्यवस्था न हों पाने के कारण यहां का समाज इस सुख से कभी कभी वंचित हो जाता है।
2025 में चतुर्मास हेतु परम पूज्य निर्यापक मुनि श्री 108 समता सागर जी मुनिराज संसंघ का आगमन इस क्षेत्र पर हुआ उस समय 13 पंथी कोठी के लिये दोगुने पुण्योदय का अवसर आया एक और उन्हें महातपस्वी, कठोरचर्या का पालन करने वाले मुनि संघ का दर्शन एवं सानिध्य मिला और दुसरी और निर्यापक मुनि श्री 108 समता सागर जी मुनिराज के आशीर्वाद एवं प्रेरणा से यहां सन्त निवास एवं चरण मंदिर/छतरी के निर्माण का संकल्प लिया जा रहा है एवं वर्तमान कमिटी ने इसकी योजना भी तैयार भी कर ली है।
समाज एवं वर्तमान तेरहपंथी की कमिटी के अनुरोध पर आगमी 3 नवम्बर 2025 सोमवार को निर्यापक मुनि श्री 108 समता सागर जी मुनिराज संसंघ के आशीर्वाद एवं सानिध्य से चरण मंदिर/छतरी एवं सन्त निवास का भव्य शिलान्यास सम्पन्न होगा।
वर्तमान समय में सभी समाज मंदिर, जिनालयों के साथ सन्तनिवास का निर्माण भी कराते हैं मधुबन के तेरहपंथी कोठी में सभी आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर 2 मंजिला सन्त निवास निर्मित किया जायेगा।
चरण मंदिर/छतरी एवं सन्त निवास शिलान्यास एक अदभुत संयोग लेकर आया है मधुबन तेरहपंथी कोठी में प्रवेश करते ही इस सन्त निवास में सभी गुरुजन के लिय रुकने की पर्याप्त व्यवस्था होगी और समाज एवं क्षेत्र को अधिक समय तक उनका आशीर्वाद एवं पावन सानिध्य का अवसर प्राप्त होगा।
कोलकाता एवं बृहत्तर कोलकाता जैन समाज के लिय ये गर्व की बात है कि आपकी अपनी तेरहपंथी कोठी में चरण मंदिर/छतरी एवं सन्त निवास का भव्य शिलान्यास होने जा रहा हैं अतः आप सभी इस ऐतिहासिक सुअवसर पर पधारकर सातिशय पुण्य कमाए।












