अपनी वाणी से बाण नहीं वीणा छोड़ो
जैन मुनि समत्व सागर महाराज के मंगल प्रवेश में अपार जैन बंधु उमड़े
10 मार्च मंगलवार 2025
जयपुर रोड पर नेमिनाथ तीर्थ क्षेत्र पर संपूर्ण जैन समाज ने मुनि के मंगल प्रवेश पर भव्य अगवानी पाद पक्षालन की
मुनि के सानिध्य में शांति धारा करने का परम सौभाग्य मोहनलाल कमल कुमार मारवाड़ा प्रवीण कुमार प्रिंस सरावगी हनुमान जैन पंसारी से सौभाग्य प्राप्त किया
भगवान महावीर जिनालय 20 पथ पर मुनि ने दर्शन कर गढ़पोल दरवाजा मालदेव चौक से सीधे सदर बाजार होते हुए अग्रवाल दिगंबर जैन बड़े मंदिर पहुंचे
समत्व सागर महाराज ने धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया
आज का मनुष्य भारी चक्का
चोद में जी रहा है अंतरंग का ध्यान ही नहीं रखता जो वस्तु मेरी नहीं है उसे भोगने के लिए लालाहीत हो रहा है और परेशान हो रहा है जबकि वह वस्तु प्राप्त होने वाली वस्तु नहीं है
माता के द्वारा दिए गए संस्कार ही
बेटी को अंतिम समय तक खुशियां देता है बेटियां अपने संस्कारों से दोनों घर की शोभा बढ़ाती
मुनि ने सभी झगड़ा प्रसाद की जड़ अपनी वाणी होती है सदैव ही वाणी को बहुत ही निर्मल स्वभाव से वार्तालाप करनी चाहिए है अपने घरों पर भी अपनी मधुर वाणी का प्रयोग करने से घर में स्वर्ग जैसा माहौल बनता है
अपनी वाणी से कटु वचन न बोलकर सदा मीठे वचन बोलने से न होने वाला कार्य भी संपन्न हो जाता है
मुनि ने युवा लड़कियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप अपना संबंध शादी विवाह जैन कुल में ही करें इससे बड़ा कोई कुल नहीं होता
अहिंसा धर्म से बड़ा कोई धर्म नहीं होता जिन घरों जिन परिवारों में अजेन य लड़कियां विवाह करके आ रही है उन घरों में जैन मुनि का आहार नहीं होगा उन घरों में जैन मुनि प्रवेश नहीं करेंगे जहां पर अजेन लड़कियां शादी ब्याह कर प्रवेश हुई है क्षुल्लक सुप्रकाश सागर जी महाराज ने बताया
अठाईया पर्व में जैन मुनियों का आना भी नैनवा का पुण्य योग है
जिन कुल का मिलना ही हीरो का खजाना है
जैन मुनि शील सागर महाराज ने बताया
आज का मनुष्य घर-घर पर भगवान के चित्र लगता है चित्र हमेशा मनुष्य को होश में रखना सीखाता है
भगवान का चित्र यह भी शिक्षा देता है कि हमेशा मनुष्य के कर्म ही करें
जैन कुल में जन्म मिलना ही हीरा का खजाना प्राप्त होना बताया
धर्म सभा में नैनवा समाज कमल कुमार जैन मारवाड़ 20 पथ समाज अध्यक्ष समस्त जैन समाज देई दुगारी बांसी भणजेरी के भक्तों ने मुनि श्री को श्री फल भेटकर अपने-अपने ग्राम में पधारने का निवेदन किया
दिगंबर जैन समाज प्रवक्ता महावीर सरावगी