नैनवा सोमवार 12 अगस्त 2024
दिगंबर जैन बिसपथ शांति वीर धर्म स्थल पर प्रातः काल 8:30 पर
जैन मुनि श्रुतेशसागर सागर महाराज
धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया आज का मनुष्य संसार में केवल लोभ के कारण ही नाना प्रकार के पापों में डूबा हुआ है अपनी स्व्य की आत्मा के लिए उसे चिंता ही नहीं है 24 घंटे में मात्र 2 घंटे भी ईश्वर की भक्ति में लगाएगा तो निश्चित रूप से कल्याण होगा
मुनि यह भी बताया यह परिवार पुत्र पत्नी रिश्तेदारों मोह के लिए दौड़ रहा है यहअंतिम समय में काम नहीं आते अंतिम समय में केवल उसका किया हुआ धर्म दान ही जीवन में साथ जाएगा बादल बरसने पर मोर स्वयं ही नृत्य करता है यह प्रकृति की व्यवस्था बनी हुई है
मनुष्य के भाव सुद्ध होने पर ही जिनवाणी ग्रहण होगी आत्मा की शुद्धि निर्मोही होने पर होगी क्लेश परिणाम शांत होने पर ही मन को शांति प्राप्त होगी आत्मा में ईश्वर स्मरण से ही मुक्ति प्राप्त होगी
जैन मुनि सविज्ञसागर जी महाराज ने बताया आज मनुष्य में अनादि काल से कसाई के परिणाम पड़े हुए हैं
अपने लिए कुछ नहीं कर रहा बल्कि दूसरों के लिए संसार में प्रति भ्रमण कर रहा है
आंखें खोलते ही बाहर की वस्तुओं को देखने से द्वेष रूपी जहर चढ़ता है
मनुष्य रूपी काल हमेशा मंडराता है
मनुष्य प्रातः काल उठते ही रात तक पैसों के पीछे भाग रहा है
मुनि ने बताया कि मनुष्य जन्म का मिलना ही दुर्लभ है यह जीव जैसे आया वैसे चल जाएगा मनुष्य जीवन प्राप्त करने का उसे लाभ ही नहीं मिला अभी भी समय रहते पापों की क्रिया को छोड़कर धर्म की साधना में लग जाना ही मनुष्य जीवन का कल्याण का मार्ग होगा
भक्तामर स्तोत्र के पुनार्जन श्री निर्मल कुमार पवन कुमार शोरभ मोडीका परिवार द्वारा दीप प्रज्वलित चित्र अनावरण मुनि श्री के पाद पक्षालन
वं मंगलाचरण की भव्य प्रस्तुति दी
वर्षा योग समिति के पदाधिकारी विनोद मारवाड़ा कमल मारवाड़ा महेंद्र सेठी महावीर कुमार जैन सरावगी आदि सदस्यों ने तिलक माला दुपट्टा पगड़ी पहनाकर स्वागत सम्मान किया
दिगंबर जैन समाज प्रवक्ता महावीर सरावगी