लाल मंदिर में अर्हम योग प्रणेता मुनि श्री प्रणम्य सागरजी की चातुर्मास स्थापना
नई दिल्लीः श्री दिगंबर जैन लाल मंदिर चांदनी चौंक के लिए तालकटोरा स्टेडियम में 20 जुलाई को विशाल धर्मसभा में अर्हम योग प्रणेता मुनि श्री प्रणम्य सागरजी महाराज ने मंगल चातुर्मास स्थापित किया। संघ में मुनिश्री विश्वाससागरजी व क्षुल्लक अनुनय सागरजी भी हैं। प्राचीन अग्रवाल दिगंबर जैन पंचायत द्वारा आयोजित समारोह में सांसद बांसुरी स्वराज ने श्रीफल एवं अर्घ समर्पित कर विनयांजलि अर्पित की और कहा कि मुनिश्री के जीवन से हमें संयम, अनुशासन और आत्मचिंतन की प्रेरणा मिलती है। मुनिश्री ने विधि-विधान पूर्वक दिशा बंधन के साथ मंगल कलश स्थापित किया गया। उन्हे शास्त्र भेंट किए गए। उन्होने कहा कि अहिंसा, संयम, दया ही सबसे बडे धर्म हैं। चांदनी चौंक के प्राचीन मंदिरों से अदभुत ऊर्जा मिलती है। सांसद को लाल मंदिर के मैनेजर पुनीत जैन की धर्मपत्नी कविता जैन ने भगवान आदिनाथ के पुत्र चक्रवर्ती सम्राट भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पडा आशय का सुंदर चित्र भेंट किया जिसे देखकर वे प्रसन्न हो गई।
इस मौके पर जैन समाज दिल्ली के अध्यक्ष चक्रेश जैन, मैनेजर पुनीत जैन, जंबू प्रसाद जैन, गजराज गंगवाल, सुशीला पाटनी, कविता जैन, चारू जैन, राहुल जैन आईएएस आदि सहित बडी संख्या में श्रद्धालुओं ने विनयांजलि अर्पित की। संचालन विवेक जैन ने किया। मुनिश्री के नवीन ग्रंथों का विमोचन और अर्हम योग का प्रदर्शन भी किया गया।
उधर आचार्य श्री अतिवीर जी महाराज ने मजलिस पार्क आदर्शनगर में चातुर्मास स्थापित किया। समारोह का आयोजन रजवाडा पैलेस जीटी करनाल रोड, अशोक विहार में किया गया। महापौर राजा इकबाल सिंह ने आचार्य श्री को श्रीफल अर्पित कर विनयांजलि अर्पित की। क्षुल्लक योग भूषण जी महाराज भी उपस्थित रहे। संचालन डॉ सोनल जैन शास्त्री व श्रीमति अनिता जैन ने किया। सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए। आचार्य श्री को नवीन पिच्छी व कमण्डलु भेंट किया गया।
प्रस्तुतिः रमेश चंद्र जैन एडवोकेट नवभारत टाइम्स नई दिल्ली
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