विश्रांत सागर महाराज ने क्रोध के उपाय भी बताएं
3 मई सोमवार 2024 को
सिहोरा जिला जबलपुर मध्य प्रदेश दिगंबर जैन मंदिर में धर्म सभा को संबोधित करते हुए बताया
क्रोध आने पर क्रोध का जवाब तुरंत ना दें थोड़ा विलंब करें इससे आपको अच्छे अच्छे बुरे का विचार करने का समय मिलेगा
कोई व्यक्ति कितना है चिल्लाए कितना ही बड़बड़ाये कुछ मत बोलो कुछ समय के लिए बुद्धू बन जाओ कुछ देर के लिए बहरे बन जाओ और मौन होकर सुनते रहो कुछ देर के लिए गूंगे बन जाओ बोलो मत सुनते रहो सिर्फ देखो बोलो मत क्रोध तो बढ़ता है जब आपको उसका जवाब देना प्रारंभ कर देते हैं इससे 5 मिनट में क्रोध खत्म हो जाने वाला है क्रोध 5 घंटे या 5 दिन तक चलता रहता है कहीं बार जन्म जन्म तक इसकी श्रृंखला चालू रहती
मुनि ने बताया कि कमठ का जीव
दस भवों तंक चिल्लाता रहा उपसर्ग करता रहा लेकिन पारसनाथ का जीव चुपचाप मौन होकर सुनंता रहा आखिर दस भवो के बाद वह अपने आप शांत हो गया क्षमा की शक्ति के सामने कमठ का क्रोध पराजित हो गया आज आप भी क्रोध का मौन रख कर देंखे आप पाएंगे क्रोध चलता बना
मुनि ने क्रोध का तीसरा उपाय बताए
क्रोध के परिणामों पर विचार करें क्रोध आग है दूसरों को जलाता ही है स्वयं को भी राख कर देता है क्रोध में आकर दीपायमान मुनि ने द्वारिका को जला दिया द्वारिका को जलाने के पश्चात स्वयं आग में जलकर भस्म हो गए यह पौराणिक कथाएं वर्तमान में भी ऐसे सैकड़ो मिल जाएंगे
क्रोध पर संयम करना ही मुनि ने धर्म बताया
महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
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