क्षमावाणी महापर्व महामहोत्सव
कोलकाता बड़ा बाजार दिगंबर जैन मंदिर जी में क्षमावाणी पर्व आज दोपहर को बहुत ही भक्तिभाव एवं हर्षोउल्लास के साथ मनाया गया
आज सोमवार दोपहर को अभिषेक शांतिधारा क्षमावाणी पूजन आदि के माध्यम से सारी क्रियाएं सम्पन्न की गयी मंदिर भक्तों की भीड़ से खचाखच भरा हुआ था
अभिषेक पूजन के बाद सभी लोगो ने पारंपरिक तरीके से एक दूसरे से क्षमा याचना की
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मोहित जैन ने बताया कि क्षमा का वास्तविक रूप आज समाज को समझना बेहद जरूरी हैं बहुत से लोग इसे डर,कमजोरी या समझौते की भाषा समझ लेते है लेकिन असल में क्षमा किसी कायरता का नाम नहीं है
अचल जैन ने कहा क्षमा तभी सच्ची होती है जब हम पूरी शक्ति रखते हुऐ भी किसी को नुकसान न पहुंचाकर उसे माफ करने का विकल्प चुनते है यही आत्मबल है यही वीरता हैं क्षमा का अर्थ है अपने क्रोध और प्रतिशोध पर नियंत्रण। यह साधारण लोगों का काम नहीं यह केवल साहसी और मजबूत व्यक्तियों की पहचान है