संत षिरोमणि आचार्य 108 श्री विद्यासागरजी महामुनिराज
के देवलोकगमन पर ष्शोक की लहर
अजमेर 18 फरवरी,2024, श्री दिगम्बर जैन संत षिरोमणि आचार्य 108 श्री विद्यासागरजी महामुनिराज का आज छत्तीसगढ राज्य डोंगरगढ जिले के चन्द्रगिरी तीर्थक्षेत्र में समाधिमरण होते हुये देवलोकगमन हो गया है ।
श्री दिगम्बर जैन महासमिति के अध्यक्ष अतुल पाटनी एंव महासमिति के राष्टीय कार्यकारिणी के सदस्य व महासमिति के महामंत्री कमल गंगवाल ने बताया कि आचार्यश्री कई दिनो से शारीरिक रूप से अस्वस्थ चल रहे थे और वे तीन दिवस से उपवास पर थे
प्रवक्ता संजय कुमार जैन ने जानकारी दी कि एक विनयांजलि सभा करते हुये सभी समिति सदस्यो ने आचार्य गुरूवर विद्यासागरजी महाराज का स्मरण करते हुये उन्हें विनयांजलि अर्पित की । इससे पूर्व जैन मित्र मंडल, अजमेर द्वारा नया बाजार चैपड पर एक बडी एलईडी लगाकर चन्द्रगिरी तीर्थ पर निकल रही ढोलायात्रा का सीधा प्रसारण आम जन को रूबरू कराया गया । इस दौरान उपस्थित जन समुदाय ने आचार्यश्री का जय जयकार नारा लगाकर माहौल को गूंजायमान कर दिया तथा जैन व अन्य समाज के बन्धुओं ने चैपड पर एकत्रित होकर नम आंखो से मौनपूर्वक प्रार्थना की व णमोकार मंत्र का उच्चारण किया । ज्ञातव्य रहे कि आचार्यश्री की दीक्षा स्थली अजमेर रही है जिनका दीक्षा स्थल कीर्तिस्तम्भ महावीर सर्किल पर सन् 1968 को आचार्य ज्ञानसागरजी महाराज द्वारा दी गई थी जो कि अजमेर के इतिहास के लिये एक गौरव पल था जो एक अविस्मरणीय याद रहेगी । श्री दिगम्बर जैन महिला महासमिति की राष्टीय कार्याध्यक्ष मधु पाटनी ने बताया कि महिला महासमिति की सभी सदस्याओं ने अपने अपने क्षेत्रो में विनयांजलि सभाओं का आयोजन किया ।
जैन प्रतिष्ठान पूर्णतया बंद रहे ।
पाटनी व गंगवाल ने बताया कि आज सम्पूर्ण जैन समाज के प्रतिष्ठान व व्यवसायिक गतिविधियां पूर्णतः बंद रही और सभी जैन जिनालयों में प्रातः 108 बार णमोकार मंत्र का जाप किया गया व सभी मन्दिरजी, सभी तीर्थक्षेत्रों में विनयांजलि सभाओं का आयोजन किया गया जिसमें भारी संख्या में धर्मपे्रमी बन्धु एकत्रित होकर आचार्यश्री को विनयांजलि अर्पित की ।
अतुल पाटनी कमल गंगवाल संजय कुमार जैन
अध्यक्ष महामंत्री प्रवक्ता
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