कार्यक्रम राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के आतिथ्य में हुआ सम्पन्न

0
24

अर्हंम ध्यान योग प्रणेता मुनि 108 प्रणम्य सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में भट्टारक जी की नसियां के तोतूका सभागार में अर्हम ध्यान योग, जीएसटी, और आयकर से संबंधित सेमिनार का हुआ आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न

कार्यक्रम राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा के आतिथ्य में हुआ सम्पन्न

फागी संवाददाता

जयपुर शहर की भट्टारक जी की नसियां में स्थित तोतूका सभागार में अर्हंम ध्यान योग प्रणेता मुनि श्री 108 प्रणम्य सागर जी महाराज स संघ के पावन सानिध्य में 5 अक्टूबर 2024 को अर्हंम ध्यान जीएसटी और आयकर से संबंधित सेमिनार का सफलतापूर्वक आयोजन संपन्न हुआ कार्यक्रम के संयोजक सीए दिनेश जैन ने बताया कि उक्त कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान सरकार के माननीय मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने सीए प्रोफेशन द्वारा देश की अर्थव्यवस्था में दिए जा रहे योगदान की सराहना की और ‘राइजिंग राजस्थान 2024’ में सीए समुदाय की सक्रिय भागीदारी का आवाहन किया। उन्होंने कहा कि सीए प्रोफेशनल्स के कार्य से न केवल सरकारी नीतियों का क्रियान्वयन सुदृढ़ होता है, बल्कि आर्थिक स्थिरता में भी इसका महत्वपूर्ण योगदान है, कार्यक्रम में मुनि प्रणम्य सागर महाराज ने अपने मंगलमय उद्बोधन में जीवन में ‘अर्हम भाव’ को आत्मसात करने और जीवन मूल्यों पर बल देने की आवश्यकता पर ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि आध्यात्मिक दृष्टिकोण से आत्म-उन्नति के लिए अर्हम ध्यान एक महत्वपूर्ण मार्ग है, कार्यक्रम में बाबूलाल जी (प्रांत प्रचारक, जयपुर आरएसएस) ने अपने उद्बोधन में मनुष्य की अपने देश, समाज और मानवता के प्रति ज़िम्मेदारी को पूर्ण निष्ठा से निभाने पर बल दिया। उन्होंने भारतीय संस्कृति की महत्ता को संपूर्ण विश्व में फैलाने के महत्व को रेखांकित करते हुए सभी से इस दिशा में सक्रिय भूमिका निभाने का आवाहन किया।मुख्य वक्ता सीए (एडवोकेट) जतिन हरजाई ने सुप्रीम कोर्ट के हालिया निर्णय की व्याख्या की और जीएसटी की धारा 73 और 74 के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर सदस्यों का मार्गदर्शन किया। उन्होंने इन धाराओं के तहत व्यापार और करदाता के अधिकारों और दायित्वों पर विस्तार से चर्चा की,सीए (डॉ.) गिरीश आहूजा ने आयकर कानून में ट्रस्ट/एनजीओ आदि से जुड़े नये बदलावों पर प्रकाश डाला और बदलते कानूनों के संदर्भ में ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की जानकारी दी। उन्होंने वित्तीय संस्थानों और संगठनों के लिए इन संशोधनों के प्रभाव पर भी गहन चर्चा की,इस सेमिनार में धर्मार्थ ट्रस्टों, सोसायटी और गैर सरकारी संगठनों से संबंधित महत्वपूर्ण आयकर और वात्सल्य मुद्दों पर चर्चा की गई। इसके अतिरिक्त, वित्त अधिनियम 2024 में हुए हालिया संशोधनों और जीएसटी मूल्यांकन में सामने आ रहे प्रमुख मुद्दों पर विस्तार से जानकारी दी गई। साथ ही, जीएसटी अधिनियम में हुए नवीनतम संशोधनों पर भी गहन विचार-विमर्श किया गया।
कार्यकर्म के संयोजक सीए दिनेश जैन ने बताया कि कार्यक्रम में बड़ी संख्या में अनेक चार्टर्ड अकाउंटेंटसो ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और इसे ज्ञानवर्धक और उपयोगी बताया।

राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here