जिन जैनियों के कारण शिष्यों को चातुर्मास किए बगैर अजमेर से लौटना पड़ा, उन जैनियों को आचार्य सुनील सागर महाराज ने किशनगढ़ से बैरंग लौटाया। माफी मांगने तक का अवसर नहीं दिया।

0
21

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान में

इससे श्री दिगंबर जैन मुनि संघ और समर्थक संस्थाओं के पदाधिकारियों को सबक लेना चाहिए।
=============
25 जुलाई को अजमेर के श्री दिगंबर जैन मुनि संघ और समर्थक जैन संस्थाओं के पदाधिकारियों का एक शिष्टमंडल आचार्य सुनील सागर महाराज से मिलने के लिए किशनगढ़ पहुंचा। शिष्टमंडल चाहता था कि गत दिनों अजमेर में जैन मुनि शुभम सागर और सक्षम सागर महाराज के साथ जो बुरा बर्ताव हुआ, उसके लिए आचार्य श्री से माफी मांगी जाए, लेकिन इस शिष्टमंडल को आचार्य श्री से मिलने का अवसर नहीं मिला। तब बड़ी मुश्किल से शिष्टमंडल ने सुश्रुत सागर महाराज से मुलाकात की। मालूम हो कि आचार्य सुनील सागर महाराज ने अपने शिष्य शुभम और सक्षम सागर महाराज को चातुर्मास के लिए अजमेर भेजा था, लेकिन श्री दिगंबर जैन मुनि संघ के पदाधिकारियों ने जो हालात उत्पन्न किए उसे देखते हुए दोनों जैन मुनि चातुर्मास किए बगैर ही अजमेर से लौट गए। अपने शिष्यों के साथ जो व्यवहार हुआ उससे आचार्य सुनील सागर महाराज बेहद दु:खी रहे। जैन मुनि संघ और समर्थक संस्थाओं के शिष्टमंडल से मुलाकात न कर आचार्य श्री ने अपने निर्णय के संकेत दे दिए हैं। इससे एक दिन पहले आचार्य सुनील सागर महाराज ने अजमेर के बड़ा धड़ा पंचायत के अध्यक्ष प्रदीप जैन और उनके साथियों से मुलाकात की थी। प्रदीप जैन ने आचार्य श्री के पूरे घटनाक्रम की जानकारी विस्तार से दी। आचार्य श्री को यह भी बताया गया कि जैन मुनि संघ और समर्थक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने प्रायश्चित करने के बजाए दुर्भावना से काम किया और हमें जैन मुनि संघ से निष्कासित कर दिया। आचार्य श्री को यह भी बताया गया कि उनका धड़ा छतरी योजना स्थित तपोवन में जैन मुनि शुभम और सक्षम सागर महाराज का चातुर्मास करवाने को तैयार थे, लेकिन जैन मुनि संघ ने प्रदीप जैन को पंचायत के अध्यक्ष पद से हटने के लिए कहा। आचार्य सुनील सागर महाराज ने 25 जुलाई को भले ही जैन मुनि संघ और समर्थक संस्थाओं के पदाधिकारियों से मुलाकात न की हो, लेकिन शाम को किशनगढ़ में अपने चातुर्मास स्थल आरके कम्युनिटी सेंटर में प्रश्न मंच के दौरान कहा कि कुछ लोग समाज में तमाशा खड़ा कर देते हैं, आज कल समाज की पंचायत वही लोग करते हैं जिनकी घर में नहीं चलती। ऐसे लोगों में नेतृत्व करने की इतनी जबरदस्त भूख है कि वे किसी ओर को एडजस्ट नहीं करते। उल्टा निष्कासन कर रहे हैं। ऐसे निष्कासन की कोई वैल्यू नहीं है। एक साथ बैठकर सामंजस्य बैठाते। चातुर्मास पूरा करवाते मगर कुछ लोगों का अहंकार कम होने का नाम नहीं ले रहा। हम तो यही चाहते हैं कि जैन धर्म की निंदा नहीं हो। जो जैसे करेगा, वो वैसा ही भरेगा।

ये पहुंचे किशनगढ़:
25 जुलाई को जो लोग किशनगढ़ पहुंचे वालों में मुनि संघ सेवा समिति के अध्यक्ष सुशील बाकलीवाल, पदम चन्द सोगानी, महामंत्री कोमल लुहाडिया, पंचायत छोटा धड़ा के मंत्री नितिन दोसी, जैसवाल दिगम्बर जैन मन्दिर कमेटी के मंत्री लोकेश ढिलवारी , सर्वोदय कॉलोनी मंदिर के मंत्री विनय पाटनी, पंचशील मंदिर के मंत्री सुनील सोगानी , दिगम्बर जैन सोशल ग्रुप के मंत्री अमित वैद, जैन मित्र मंडल के मंत्री कमल पाटनी, महिला महासमिति से शांता काला, सुषमा जैन, रीता जैन, शानू जैन आदि शामिल है।
महावीर कुमार जैन सरावगी नैनवा

S.P.MITTAL BLOGGER (26-07-2024)

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here