झुमरी तिलैया जैन धर्म का सर्वोच्च पर्व दसलक्षण पर्यूषण का पांचवा दिन

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झुमरी तिलैया जैन धर्म का सर्वोच्च पर्व दसलक्षण पर्यूषण का पांचवा दिन जैन धर्मावलंबियों ने उत्तम सत्य धर्म के रूप में मनाया झुमरी तिलैया में धर्म और ज्ञान की गंगा बहा रहे स्थानीय पंडित अभिषेक शास्त्री ओर जयपुर से आई डॉ निर्मला दीदी ने अपनी पीयूष वाणी मे भक्तजनों को कहा कि सत्य जहां खिल जाता है वहां भगवान मिल जाते हैं सत्यमेव जयते जीवन में आचरण का विषय है जीवन में सत्य की ही आवश्यकता है सत्य ही ईश्वर है सत्य हमारे हृदय में विराजमान हैं उसे अंतरंग की अनुभूति से देखा जा सकता है महा भाग्य के उदय होने पर ही भगवान की देशना सुनने का लाभ मिलता है जैन दर्शन ही अहिंसा की पुष्टि करके सत्य को सत्य कहता है जिससे दूसरे को कुछ भी हानि न पहुंचे उस बात का कहना सत्य है जहां क्रोध मान माया लोभ होते हैं वहां सत्य धर्म प्रकाशित नहीं होता है इन सभी के अभाव में ही सत्य प्रकाशित होता है विद्या का मंदिर वही है जहां नैतिकता धार्मिकता का पाठ पढ़ाया जाता है भगवान राम ने पिता के आदेश पर वनवास को सहर्ष स्वीकार कर लिया यही सत्य है सत्य की वचनबद्धता से तलवार भी फूलों की माला बन जाती है सत्य कभी हारता नहीं है परेशान अवश्य कुछ समय के लिए हो जाता है व्यक्ति को हमेशा स्पष्ट वादी होना चाहिए सत्य की हमेशा परीक्षा होती है उसे दबाया जाता है , परेशान किया जाता है,परंतु अंत मे विजय सत्य की ही होती है शब्दों के जहर से ही महाभारत होता है इसलिए वाणी में संयम और सत्यता हो तो व्यक्ति का जीवन महापुरुष के जीवन के समान बन जाता है, संपत्ति, संबंधी ,सत्ता क्षणभंगुर है यह शाश्वत नहीं है सपना को सत्य मानने वाला हमेशा दुखी होता है जीवन में सम्यक ज्ञान का सूर्य उदय होना ही सत्य है जिसने सत्य को समझा उसी ने सत्य को पाया है, सत्य जीवन में आचरण और आराधना का विषय है कसायो की मंदता ही सत्य है सत्य को जानकर ही जीवन के दुख कष्ट समाप्त होते हैं आज नया मंदिर जी मे अभिषेक शास्त्री
के मुखारविंद से महा शांति धारा का पाठ किया गया मूल नायक1008 महावीर भगवान का प्रथम अभिषेक व शांति धारा जुगल किशोर संदीप आशीष संजय अंजना जैन सेठी के जन्मदिन के अवसर पर सेठी परिवार को सौभाग्य प्राप्त किया बड़ा मंदिर में मूल नायक पारसनाथ भगवान का प्रथम अभिषेक सुशील-शोभा जैन पांड्या ओर शांति धारा संदीप-अंजना,आशीष ,अक्षय जैन सेठी परिवार ने किया सरस्वती भवन में 1008 चन्द्रप्रभु भगवान का श्री बिहार और प्रथम अभिषेक राकेश,आदित्य जैन छाबड़ा एवं स्वर्ण झारी से शांति धारा का सौभाग्य अजय-प्रशम जैन सेठी ओर दूसरी ओर से सर्वज्ञ जैन छाबड़ा के परिवार को मिला 1008 श्री आदिनाथ भगवान की मूल बेदी में अभिषेक शांति धारा का सौभाग्य विजय विवेक जैन छाबड़ा के परिवार को मिला।संध्या में भब्य आरती के साथ पंडित अभिषेक शास्त्री, निर्मला दीदी के द्वारा दस धर्मो का विवेचन किया गया रात्रि में पूरे देश मे प्रथम बार 1 वर्ष के बच्चों का कार्यक्रम हुवा सभी बच्चे सजधज कर आये थे ।सभो को पदम-मंजू जैन सेठी परिवार की ओर से पुरस्कृत किया गया। ये कार्यक्रम सभी संयोजक आशा जैन गंगवाल,रीता जैन सेठी,ममता जैन सेठी,आशिका जैन कासलीवाल, संजय जैन थोल्या, मोहित जैन सोगानी के निर्देशन में हुवा। सभी कार्यक्रम में समाज के पदाधिकारीगण ओर दसलक्षण संयोजक के साथ समाज के सभी वर्ग उपस्थित हुवे।यह सभी जानकारी जैन समाज के मीडिया प्रभारी राजकुमार जैन अजमेरा,नवीन जैन ने दी

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