जयपुर। वरुण पथ जैन मंदिर में आचार्य सौरभ सागर महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा की ” जीवन आकांक्षाओं और महत्वकांक्षाओ से भरा हुआ है, किंतु इनकी पूर्ति के लिए मनसा किसी के पास नही है। अगर किसी को कोई उपलब्धि हासिल करनी है तो लक्ष्य बनाना होता है बिना लक्ष्य उपलब्धि हासिल नहीं होती, ठीक उसी प्रकार जीवन को सरल और सफल बनाना है तो मनसा तो रखो किंतु महत्वकांक्षा बिलकुल भी मत रखो और मनसा रखो तो ऐसी रखो जो सबको साथ लेकर चल सके अन्यथा महत्वकांक्षा तो सबको छोड़कर रखी जाती है जिसके कारण प्राणी खुद भी पीछे रह जाता है।
आचार्य सौरभ सागर महाराज का हुआ पद्मावती कॉलोनी में मंगल प्रवेश
अखिल भारतीय दिगंबर जैन युवा एकता संघ अध्यक्ष अभिषेक जैन बिट्टू ने बताया की आचार्य सौरभ सागर महाराज का मंगलवार को प्रातः 8.15 बजे वरुण पथ दिगंबर जैन मंदिर से विहार प्रारंभ किया, इस दौरान आचार्यश्री की यात्रा वरुण पथ से प्रारंभ होकर स्वर्ण पथ, शिप्रा पथ, भृगु पथ, गंगा जमुना पेट्रोल पंप, रेल नगर होते हुए पद्मावती कॉलोनी स्थित दिगंबर जैन मंदिर में प्रातः 9.15 बजे प्रवेश किया जहां पर समाजसेवी विनय सौगानी, विमला ठोलिया, डॉ सुनील जैन, डॉ त्रिशाला जैन, मांगीलाल सेठी, डॉ अरुण जैन सहित पदमावती कॉलोनी जैन समाज ने आचार्यश्री की अगवानी की। 22 अक्टूबर को आचार्य सौरभ सागर महाराज का प्रवेश डीसीएम कॉलोनी के जैन मंदिर में होगा।