*मैं जहाँ भी देखता हूँ, मुझे सब अपने ही अपने दिखाई देते हैं।*
भावलिंगी संत आचार्य श्री विमर्श मागर जी महामुनिपज
बुन्देलखण्ड की धर्मनगरी, जन्मभूमि जतारा में हुआ नगर जतारा गौरव भावलिंगी संत आचार्य श्री विमर्श सागर जी महा मुनिराज का 51 वां “विमर्श उत्सव” । आचार्य श्री विमर्श सागर जी महा मुनिराज के ससंंघ सानिध्य में गुरुवर की जन्मभूमि पर, देश भर से सैकड़ो भक्तों ने गुरु चरणों में उपस्थित होकर गुरुवर की पद रज को अपने माथे से लगाया ।
15 नवंबर प्रातःकाल की मांगलिक नेला में आचार्य श्री के संधस्य शिष्यों ने गुरू चरणों की पूजा-आराधना, भक्ति कर आपने गुरूवर का जन्मोत्सव मनाया। आचार्य श्री के 51 वें अवतरण दिवस पर देशभर से 22 परिवारों ने श्री भक्तामर महार्चना का परम सौभाग्य प्राप्त किया। साथ ही अर्धशतक श्रद्धालुओं ने अतिशयकारी श्री 1008 आदिनाथ भगवान के मस्तक पर छत्र चढ़ाने का परम सौभाग्य प्राप्त किया। इस ऐतिहासिक दिन पर,गुरुवर के गृहस्थावस्था के ज्येष्ठ भ्राता श्री राजेश जैन एवं लघु भ्राता श्री चक्रेश जैन को
गुरुवार की आहार. चर्या सम्पन्न कराने का परम सौभाग्य प्राप्त हुआ।
भारतीय जैन संगठन तहसील अध्यक्ष एवं जैन समाज उपाध्यक्ष अशोक कुमार जैन ने बताया कि,
नगर गौरव का नगर में ही जन्म महोत्सव मनाने को जतारा नगर का प्रत्येक नागरिक आतुर था। नगर वासियों ने आचार्य गुरुवर के चरणों में मस्तक झुकाकर अपना सौभाग्य बढाया ।
दोपहर कालीन वेला में शुभारंभ हुए महोत्सव में टीकमगढ़ के भजन सम्राट रूपेश जैन ने आचार्य श्री के चरणों में भाव सुमन समर्पित करते हुए कहा- हे गुरुदेव! देशभर के लाखों भक्तगण यही भावना करते हैं, आप चिरायु हो, हम सबकी आयु में से एक एक वर्ष घटकर गुरुदेव आपकी आयु में मिल जाए!
पूज्य आचार्य श्री ने स्वर्णिम जन्मोत्सव पर कहा – “मैं जहाँ भी देखता हूँ, मुझे सब अपने- अपने ही नजर आते हैं।
गुरुवर के 51 वे अवतरण दिवस पर संघस्थ बाल ब्रह्मचारिणी विशु दीदी सहित समस्त त्यागी वृत्तियों ने गुरु चरणों में भगवती जिन दीक्षा हेतु निवेदन किया । ज्ञात हो कि परमपूज्य आचार्य श्री विमर्शसागर जी महामुनिराज के कर कमलों से अभी तक दीक्षित 14 मुनिराज, 9 आर्यिका एवं 3 क्षुल्लिका साधनारत हैं। जबकि 5 संयमी साधक, साधना का फल समाधि के रूप में प्राप्त कर चुके हैं ।
‘जतारा नगर गौरव के जन्मोत्सव पर नगर में 51 kg.मावा के केक का, एवं मिष्ठान का वितरण किया गया । संध्या बेला में 1008 दीपकों से ‘आचार्यश्री की महा-आरती संपन्न की गई एवं बा. ब्र. विशु दीदी द्वारा आचार्य श्री पर प्रश्नोत्तर प्रतियोगिता सम्पन्न की गई ।
इस सुअवसर पर नगर पालिका अध्यक्ष अनुराग राम जी नायक ‘ नवीन साहू, रमेश पाठक, किशन पटेरिया, महेंद्र टानगा, राजीव मोदी, सचिन जैन, सहित नगर के राजनैतिक क्षेत्र से आए गुरुभक्तों ने अपना अर्घ गुरु चरणों में समर्पित करने का सौभाग्य प्राप्त किया ।कार्यक्रम में जतारा के श्रावको के साथ-साथ एटा, महमूदाबाद, दिल्ली, आगरा, टीकमगढ़,मथुरा आदि कई जगह के श्रावक उपस्थित रहे । कार्यक्रम का संचालन पत्रकार अशोक कुमार जैन द्वारा किया गया ।