*गौरेला* । श्रमण संस्कृति संस्थान सांगानेर जयपुर के स्नातक शास्त्री संपूर्ण भारत के शिविरों में श्रमण साधना शिखर संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को विनयांजलि अर्पित की जायेगी।
आचार्य श्री विद्यासागर महाराज के सुयोग्य शिष्य निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव श्री सुधासागर महाराज ने कानपुर से कुंडलपुर के लिये पदविहार करते हुये मार्ग में जिज्ञासा समाधान कार्यक्रम में उपरोक्त भाव प्रगट करते हुये सुझाव दिया कि संस्थान के हजारों स्नातकों ने गत वर्ष संस्थान की रजत जयंती पर भारत में सैकड़ों नगरों में शिविर आयोजित किये थे। शिविरों को आशातीत सफलता मिली थी।
निर्यापक श्रमण मुनिपुंगव श्री सुधासागरजी महाराज ने श्रमण संस्कृति संस्थान स्नातक शास्त्री इसी भांति शिविर आयोजित कर आचार्य श्री विद्यासागरजी महाराज के समाधि मरण के उपरांत विनयांजलि शिविर संपन्न करे।
इन शिविरों में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की परम् साधना त्याग तप निरीह वृत्ति काव्यात्मकता और जीवनी पर विस्तार से विमर्श किया जाये। प्रश्नोत्तरी आदि रखकर आचार्य श्री के व्यक्तित्व कृतित्व से जन जन को अवगत कराये।
*वेदचन्द जैन*