जल है तो कल है, नहीं बचाया जल तो नहीं रहेगा कल…. अजीत कोठिया
महावीर इंटरनेशनल वागड़ जोन डूंगरपुर बांसवाड़ा द्वारा जल के महत्व पर एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। गोष्ठी में वक्ताओं ने जल को सबसे जरूरी जीवन घटक बताते हुए इसे बचाने, पारंपरिक जल स्त्रोतों के संरक्षण तथा गांवों ओर कस्बों की पुरानी बावड़ियों एवं कुओं को पुनः साफ सुथरा कर प्रयोग में लाने का आह्वान किया । गोष्ठी में महावीर इंटरनेशनल की गोल्डन जुबली आयोजन समिति में मीडिया एवं प्रेस समिति सदस्य तथा पूर्व अंतरराष्ट्रीय उपाध्यक्ष अजीत कोठिया ने कहा कि जल है तो कल है , नहीं बचाया जल तो नहीं रहेगा कल। जल का हम आए दिन अपव्यय करते रहते है और नल चालू दिखता है तो भी इसे बंद न कर, बहते पानी की उपेक्षा कर हम आगे बढ़ जाते हैं। ये अच्छी बात नहीं है, हमे तब आज वाले जल बर्बादी के दिन तब याद आएंगे जब कुछ वर्षों बाद हम पीने की पानी की कमी से जूझेंगे। गोष्ठी को गवर्निंग काउंसिल सदस्य विनोद दोशी, एपेक्स ट्रस्टी डूंगरलाल पटेल, जोन चेयरमैन पृथ्वीराज जैन, जोनल कॉर्डिनेटर नयनेश जानी ने सम्बोधित करते हुए जल को अमृत बताया और जल संरक्षण अभियान में सभी से महावीर इंटरनेशनल का सहयोग करने का आह्वान किया।
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