होली – समाज मिलन समारोह में हुए रंगारंग कार्यक्रम
श्री सिद्धवरकूट (मनोज जैन नायक) जैसवाल जैन समाज इंदौर का सामूहिक अभिषेक का 15 वां आयोजन एवम होली समाज मिलन समारोह सिद्धवर कूट में सानंद संपन्न हुआ ।
सिद्धक्षेत्र सिद्धवर कूट पर इंदौर जैसवाल जैन (उप) समाज द्वारा नवीन गठित कमेटी के तत्वाधान मे प्रथम बार दो बस और 20 कार द्वारा लगभग 150 समाजजन द्वारा यात्रा की गई।
श्री दिगम्बर जैसवाल जैन समाज इंदौर के अध्यक्ष ओम प्रकाश जैन द्वारा अष्ठ मंगल मे से एक श्री फल भेंट कर बस को रवाना किया गया। ओम प्रकाश जी और सभी समाजजन के चहरे पर खुशी और उत्साह के भाव स्पष्ट देखे जा रहे थे । इस अवसर पर प्रदीप जैन मंत्री, ऋषभ जैन कोषाध्यक्ष, ग्रुप कैप्टन रिटायर्ड डॉ जिनेन्द्र जैन, उपाध्यक्ष, वीरेन्द्र जैन उपमंत्री के साथ सभी सदस्य ने अपनी गरिमामय उपस्थिति देकर अपने उत्साह के साथ बस और कार मे सवार होकर सभी ने नवकार महामंत्र का उच्चारण कर पुण्य प्राप्त किया।
रात्रि विश्राम कर प्रातः मूलनायाक श्री १००८ संभवनाथ भगवान का अभिषेक एवं शांतिधारा के साथ श्री १००८ संभवनाथ भगवान का मोक्ष कल्याण महोत्सव के अवसर पर निर्माण लाडू चढ़ाने का सौभाग्य समाजजन को प्राप्त हुआ।
इसके पश्चात संगीतमय शांति विधान कर सभी समाजजन के साथ कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री मयंक जी जैन (जिला कमांडर) हरदा ने भी शोला के धोती दुप्पटा बदल कर विधान मे सम्मिलित अपने अपने पुण्य को गाढ़ा किया ।
समारोह के मुख्य अतिथि श्री मयंक जी जैन का स्वागत सत्कार कर छोटे छोटे बच्चो द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की बहुत सुंदर प्रस्तुति दी गई । सांस्कृतिक कार्यक्रम की रूपरेखा बहुत सुंदर ढंग से महिलाओ द्वारा तैयार की गई।
श्री मयंक जी ने अपने उद्बोधन मे कहा कि हमारे द्वारा बच्चो को अच्छे संस्कार दिए जाने चाहिए और बच्चो की काउंसलिंग की जानी चाहिए। साथ ही हमें मुनि महाराजो के विहार में भी अपनी उपस्थिति देनी चाहिए। और श्री मयंक जी के द्वारा पूरी समाज को नेमावर सिद्ध क्षेत्र पर आकर कार्यकर्म करने का निमंत्रण दिया गया। वीरेन्द्र जी द्वारा कार्यकर्म का संचालन बहुत सुंदर तरीके से किया गया।
कार्यकर्म के समापन के बाद सामूहिक भोजन कर सभी के एक दूसरे को कार्यक्रम की सफलता की बधाई दी और भविष्य मे इस प्रकार की यात्रा आयोजित करने पर सभी ने एक स्वर मे समर्थन दिया।
इस सफल यात्रा और कार्यक्रम की सफलता के लिए किसी एक व्यक्ति का नाम लेना सही नहीं है । इसकी सफलता के पीछे सभी समाजजन, परिवार, व्यक्ति, और खासकर सभी महिलाएं के साथ बच्चो का विशेष योगदान रहा।
हम सभी के सफल कार्यक्रम की बहुत बहुत बधाई और यदि कोई भूल व त्रुटि हुई तो इसकी भी हम सब की सामुहिक जिम्मेदारी बनती है।
हमारा प्रयास आगे भी इसी प्रकार निरंतर धर्म के साथ समाज मे आपस मे मेल जोल बढ़ाकर शीघ्र अतिशीघ्र जिन मंदिर के निर्माण के भाव को पूर्ण करना है।