जयपुर शहर में रंगारंग डांडिया और गरबा संस्कृति के रंगों में सजी एंबीशन किड्स एकेडमी

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फागी संवाददाता

जयपुर शहर के श्योपुर रोड स्थित एम्बिशन किड्स एकेडमी विद्यालय में नवरात्रि एवं दशहरा महोत्सव के अवसर पर भव्य डांडिया एवं गरबारास का आयोजन किया गया। इस आयोजन में विद्यालय के छात्रों और शिक्षकों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और पूरे कार्यक्रम को एक उत्सव का रूप दे दिया। पारंपरिक परिधानों में सजे नन्हे मुन्ने बालकों ने अपनी रंग-बिरंगी प्रस्तुतियों से सभी का मन मोह लिया।कार्यक्रम की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त प्रसिद्ध वरिष्ठ होम्योपैथ एवम संस्था अध्यक्ष डॉ एम एल जैन ” मणि ” और डॉ शांति जैन ” मणि ” द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर की गई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे सांस्कृतिक कार्यक्रम हमारे बच्चों को अपनी जड़ों से जोड़ने का काम करते हैं और उनकी रचनात्मकता को निखारने का अवसर प्रदान करते हैं।
प्राचार्या डॉ अलका जैन ने अपने उद्बोधन में बताया कि इस आयोजन का मुख्य आकर्षण गरबा रास और डांडिया के साथ साथ रावण वध का सजीव चित्रण था। इस दृश्य में प्रभु श्री राम द्वारा दस सिर वाले रावण की इन दस बुराइयों का अंत करना दर्शाया गया था। इनमें अहंकार, असंयम (वासना) , आक्रामकता, बदले की भावना, लोभ, अधर्म, अन्याय, घमंड, अस्वीकृति और ईर्ष्या प्रमुख थी।
रावण एक अत्यंत शक्तिशाली और विद्वान व्यक्ति था लेकिन उसकी इन्हीं बुराइयों ने उसकी सारी अच्छाइयों को ढक दिया। अहंकार, अधर्म और वासना जैसी प्रवृत्तियो ने उसकी सोचने और समझने की क्षमता को कमजोर कर दिया और इन बुराइयों के चलते वह एक महान राजा होते हुए भी एक दुष्ट के रूप में प्रसिद्ध हुआ । यहां रामायण हमें यह सिखाती है कि चाहे कोई कितना भी शक्तिशाली क्यों ना हो, बुराइयां अंततः विनाश का ही कारण बनती है। अतः हमें इन बुराइयों से बचना चाहिए और मानव सेवा के लिए सदैव तत्पर रहना चाहिए, कार्यक्रम में वाइस प्रिंसिपल श्रीमती अनीता जैन ने बताया कि गरबा रास में विद्यालय के सभी कक्षाओं के छात्रों ने हिस्सा लिया और अपनी लयबद्ध प्रस्तुतियों से दर्शकों का दिल जीत लिया। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे ताकि बच्चों में टीम वर्क, अनुशासन और अपनी संस्कृति के प्रति प्रेम की भावना का विकास प्रबल हो सके। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय निदेशक डॉ मनीष जैन “मणि “ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए इसे सांस्कृतिक धरोहर के प्रति प्रेम जगाने का एक सफल प्रयास बताया।

राजाबाबू गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान

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