जयपुर के इतिहास में प्रथम बार सामूहिक क्षमा वाणी मुख्य मंत्री आवास पर हर्षोल्लास के वातावरण में संपन्न

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राजस्थान के मुख्य मंत्री भजन लाल जी शर्मा के द्वारा कोटा के पारस जैन पाटनी पार्श्वमणि पत्रकार को वर्तमान युग के श्रवण कुमार और श्रीमति सारिका जैन सतयुग की नारी का गौरव प्रदान कर प्रशस्ति पत्र भेट किया

सम्पूर्ण भारत में हर्ष की लहर

कोटा
राजस्थान की राजधानी जयपुर के इतिहास में पहली बार मुख्य मंत्री आवास पर सामूहिक क्षमा वाणी का आयोजन परम पूज्य आचार्य 108 शशांक सागर जी महाराज मुनि श्री पावन सागर जी महाराज ससंघ एक साथ दिगंबर और श्वेतांबर दस से अधिक संतो के मंगलमय सानिध्य में आयोजित किया गया। माननीय मुख्यमंत्री के साथ राजस्थान के आधे से अधिक मंत्री गण भी कार्यक्रम में उपस्थित रहे और संतों का भाव भीना अभिनंदन और स्वागत किया जैन समाज के प्रबुद्धगण इस अवसर पर उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री आवास पर इस प्रथम आयोजन रहा जिसकी मुक्त कंठ से जैन समाज द्वारा प्रशंसा की जा रही है।कार्यक्रम के दौरान आचार्य श्री शशांक सागर महाराज द्वारा मुख्यमंत्री महोदय को धर्म जागृति संस्थान राजस्थान प्रान्त की ओर से प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान जन्मकल्याणक पर सार्वजनिक अवकाश घोषित करने एवं क्षमा पर्व को राष्ट्रीय क्षमा दिवस घोषित करने का पत्र भी सुपुर्द किया गया।आयोजन का सफल संचालन मनीष वैद और ज्योति कोठारी ने करके आयोजन में चार चांद लगा दिए। बूंदी सरावगी समाज अध्यक्ष रविद्र जैन काला ने जानकारी देते हुवे बताया कि कोटा के देव शास्त्र गुरु के परम भक्त व्यवहार कुशल प्रभाव शाली श्री विमल चंद जैन धर्मनिष्ठ सद संस्कावान श्रीमति शांति देवी के सुयोग्य सुपुत्र जैन समाज की अनमोल मणि युवा पत्रकार गौरव सर्व श्रेष्ठ संवाद दाता अवार्ड विजेता 15 लाख मासूम बच्चों को मांसाहारी होने से बचाने वाले भाव पूर्ण भजनों की शानदार प्रस्तुति देने वाले विगत 35 सालो से जैन पत्रकारिता में उल्लखनीय योगदान देने वाले अभी तक सात सौ से अधिक विराट मंचो पर अभिनंदन कर सम्मानित हुवे आर के पुरम त्रिकाल चौबीसी के प्रसार प्रचार मंत्री राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी जैन गजट पारस जैन पार्श्वमणि पत्रकार को आज विभिन्न संतो का मंगल आशीर्वाद प्राप्त है आपकी धर्म पत्नी सद संस्कारो से युक्त एस कैलाश जैन श्रीमती कोशल्या जैन बारा की सुयोग्य सुपुत्री है । विगत 16 अगस्त 2022 विमल चंद्र जैन को ब्रेन परे लैसिस के शिकार हो गए। श्रीमती सारिका जैन और पार्श्वमणि जी रात दिन उनकी सेवा में लगे हुवे है उनको रोज सुबह महा मंत्र नमोकार मेरी भावना बारह भावना वैराग्य भावना तत्वाथ सूत्र भक्ता मर पाठ विनय पाठ सब सुनाते है। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा जी के करकमलों द्वारा पारस जैन पार्श्वमणि वर्तमान के श्रवण कुमार और श्रीमती सारिका जैन को सतयुग की नारी की उपाधि का गौरव प्रदान कर प्रशस्ति पत्र अपार जन सैलाब के बीच प्रदान किया।
प्रस्तुति
रविद्र काला बूंदी
सरावगी समाज अध्यक्ष

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