हुबली, भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण हुबली के निदेशक रुपेश कुमार ने एक ज्ञापन के माध्यम से लोकसभा अध्यक्ष व कोटा के सांसद ओम बिरला से जयपुर, अहमदाबाद और कोच्चि के हवाई सेवा प्रारम्भ करवाने के लिए निवेदन किया,
ज्ञापन में बताया की कर्नाटक राज्य के जुड़वां शहर हुबली- छोटा मुंबई के नाम से मशहूर, मुख्य रूप से एक व्यापारिक केंद्र है कपड़ा, ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर सहित अन्य वस्तुओं का व्यापारिक केंद्र है, धारवाड़ एक कला, शिक्षा और कर्नाटक राज्य का सांस्कृतिक केंद्र है, हुबली हवाई अड्डा एक घरेलू हवाई अड्डा है जिसका प्रबंधन भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा किया जाता है, हुबली हवाई अड्डे से हावेरी, गदग, विजयपुर, बागलकोट जैसे विभिन्न जिलों में सेवा प्रदान करता है,
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने हुबली हवाई अड्डे को समर्पित घरेलू कार्गो टर्मिनल के साथ एक पूर्ण हवाई अड्डा बनाने के लिए विभिन्न बुनियादी ढांचे, परिचालन सुविधा, यात्री सुविधा के माध्यम से बहुत सारी विकास गतिविधियां शुरू की हैं। हुबली हवाई अड्डे को “सर्वश्रेष्ठ आरसीएस हवाई अड्डे” से सम्मानित किया गया है। हुबली वर्तमान में बैंगलोर, मुंबई, दिल्ली, पुणे, हैदराबाद जैसे 5 शहरों से जुड़ा हुआ है और 90 प्रतिशत से अधिक की ऑक्यूपेंसी देख रहा है। अन्य संभावित क्षेत्र अहमदाबाद, जयपुर, कोचीन, गोवा हैं , कोलकाता, जोधपुर, सूरत, आदि
हुबली हवाई अड्डा उत्तर कर्नाटक के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रवेश द्वार के रूप में कार्य करता है, जो तेजी से बढ़ते उद्योग की जरूरतों को पूरा करता है जो वाणिज्य, उद्योग, शिक्षा और धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बन रहा है। बढ़ती मांग के बावजूद, वर्तमान में इन प्रमुख स्थलों तक कोई सीधी पहुंच नहीं है, जो सांस्कृतिक और पर्यटन उद्देश्यों के लिए महत्वपूर्ण हैं।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण एयरपोर्ट निदेशक का कार्यालय से लोकसभा से अनुरोध के मुख्य कारण बताये और कहा की हुबली आर्थिक और व्यावसायिक विकास के लिए जयपुर, अहमदाबाद और कोच्चि , जोधपुर प्रमुख वाणिज्यिक और औद्योगिक केंद्र हैं इन शहरों के साथ सीधा संपर्क व्यापार और औद्योगिक सहयोग को बढ़ावा देगा, जिससे उत्तर कर्नाटक और संबंधित क्षेत्रों को लाभ होगा।
पर्यटन विकास हुबली रणनीतिक रूप से स्थित है, जो हम्पी, बादामी और गोवा जैसे आस-पास के गंतव्यों के लिए पर्यटकों को आकर्षित करता है। इसी तरह, जयपुर, अहमदाबाद और कोच्चि प्रमुख पर्यटक आकर्षण हैं, और सीधी उड़ानें एक मजबूत पर्यटन गलियारा बनाएंगी। जनता के लिए यात्रा में आसानी: इन शहरों के बीच यात्रा करने वाले पेशेवरों, छात्रों और पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। सीधी उड़ानें यात्रा के समय को बहुत कम कर देगा, सुविधा बढ़ाएँगी और क्षेत्रीय गतिशीलता को बढ़ावा देंगी। क्षेत्रीय विकास: बेहतर कनेक्टिविटी से हुबली का दर्जा एक प्रमुख क्षेत्रीय हवाई अड्डे के रूप में ऊंचा उठाना, निवेश आकर्षित करना और क्षेत्र के समग्र विकास में योगदान देना। रणनीतिक स्थान और इन गंतव्यों के लिए उड़ानों की बढ़ती मांग को देखते हुए, हमारा मानना है कि जयपुर, अहमदाबाद और कोच्चि उत्तर कर्नाटक के सामाजिक-आर्थिक विकास को महत्वपूर्ण रूप से बढ़ाएगा।
हुबली हवाई अड्डे और इसके हितधारकों की ओर से, मैं आपके सम्मानित कार्यालय से अनुरोध करता हूं कि वह नागरिक उड्डयन मंत्रालय और अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ इस मामले को उठाए ताकि इन उड़ान सेवाओं को शुरू करने में सुविधा हो। जल्द से जल्द। इस मामले में आपके सहयोग और मार्गदर्शन की इस क्षेत्र के नागरिकों द्वारा बहुत सराहना की जाएगी।
इस दौरान आल इंडिया जैन युथ फेडरेशन महावीर लिंब सेंटर के संस्थापक अध्यक्ष व् दक्षिण पश्चिम रेलवे सलाहकार समिति (जेडआरयूसीसी) महेंद्र सिंघी, कोटा भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष राकेश जैन, प्रवासी यात्री संघ कर्नाटक के राज्य कार्यदर्शी सुभाष चंद्रा डंक, सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे
इस ज्ञापन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए लोकसभा अध्यक्ष ने कहा की इस संबंध में अधिकारियों से चर्चा कर उचित समाधान का वादा किया