राष्ट्रीय संत गणाचार्य विराग सागर महाराज की संलेखना पूर्वक समाधि मरण देवभूमि ग्राम सिद्ध खेड़ा पद बिहार करते हुए अचानक स्वास्थ्य खराब हो गया उन्होंने उसी समय सल्लेखना समाधि ग्रहण की
4 जुलाई को मध्य रात्रि को 2:30 पर नश्वरशरीर को त्याग कर देवलोक गमन किया
दिगंबर जैन समाज के प्रवक्ता महावीर सरावगी ने जानकारी देते बताया
आप बुंदेलखंड के प्रथमाचार्य आचार्य मुनिराज थे आपने 350 मुनियों आयिकाओ माताजी छुलक व ऐलक संयम धर्म का मार्ग प्रस्तिक कर मुनि दीक्षा दी थी वही साधु आपके द्वारा दीक्षित गांव गांव ढाणी ढाणी शहरों में धर्म का शंत उपदेश देकर जन-जन का कल्याण कर रहे हैं
दिगंबर जैन खंडेलवाल सरावगी समाज तेरा पंथ जैन मंदिर में रात्रि को 8:00 बजे भक्तामरस्तोत्र का पाठ कर णमोकार महामंत्र का 9 बार पाठ कर महान संत जैनाचार्य विराग सागर महाराज को सभी भक्तों ने भावभीनी विनयांजलि अर्पित की
मंदिर सृष्टि सूरजमल जैन एडवोकेट कैलाश जैन गुढावाला राजेंद्र जैन ठोलिया महावीर सरावगी पारस रजलावता विशाल देईवाला राजेश देईवाला महिलाओं में श्रीमती विमला शाह बिना रजलावता सुनीता पटौदी इंदिरा जैन ठोलिया आदि भक्तों ने ईश्वर से प्रार्थना कर जैन संत को अपने चरणों में स्थान देने की प्रार्थना की
महावीर कुमार जैन सरावगी
दिगंबर जैन खंडेलवाल सरावगी समाज जिला उपाध्यक्ष
Unit of Shri Bharatvarshiya Digamber Jain Mahasabha