जैन तीर्थ सम्मेदशिखरजी में “मोबाइल मेडिकल यूनिट” का शुभारंभ
श्री सम्मेदशिखरजी (मनोज जैन नायक) जैन धर्म के विश्वविख्यात तीर्थस्थल श्री सम्मेदशिखरजी (मधुबन) में विगत एक दशक से निःस्वार्थ भाव से आरोग्य सेवा प्रदान कर रही संस्था श्रीसेवायतन न्यास द्वारा संचालित श्रीसेवायतन आरोग्य केंद्र ने दिनांक 11 नवम्बर 2025 को एक और नया अध्याय जोड़ते हुए “मोबाइल मेडिकल यूनिट सेवा” का शुभारंभ किया।
यह मानव परोपकारी सेवा कार्य जैन धर्म के विख्यात जैन संत गुरुवर आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम प्रभावक शिष्य मुनि श्री 108 प्रमाण सागर जी महाराज की प्रेरणा से सतत् संचालित हो रहा है, जो समाज में धर्म, सेवा और मानवता के आदर्शों को साकार कर रहा है।
इस सेवा का उद्देश्य शिखरजी क्षेत्र के आसपास स्थित सुदूरवर्ती गाँवों के जरूरतमंद, ग्रामीण, वृद्धजन, महिलाएं एवं बच्चों तक निःशुल्क स्वास्थ्य सुविधा पहुँचाना है — ताकि जो लोग मधुबन स्थित आरोग्य केंद्र तक नहीं पहुँच पाते, वे भी इस पवित्र सेवा से लाभान्वित हो सकें।
श्रीसेवायतन के अध्यक्ष राजकुमार जैन अजमेरा (हजारीबाग), महामंत्री विजय जैन पाण्डया (रांची) तथा कोषाध्यक्ष देवेन्द्र जैन अजमेरा (गया) के निर्देशानुसार मोबाइल मेडिकल यूनिट की टीम ने पीरटांड प्रखण्ड के पालगंज ग्राम में प्रथम निःशुल्क चिकित्सा शिविर आयोजित किया।
इस दौरान ग्रामीण मरीजों का परामर्श डॉ. सुभाष बुद्रुक और डॉ. प्रमोद पासवान द्वारा किया गया। परामर्श के उपरांत कई मरीजों की ब्लड जांच भी वहीं स्थल पर की गई। इन सभी जांचों की सुविधा मोबाइल मेडिकल यूनिट एम्बुलेंस में ही उपलब्ध थी, जिससे मरीजों को तत्काल लाभ मिला और आवश्यक दवाइयाँ निःशुल्क प्रदान की गईं। शिविर में कुल 78 मरीजों की स्वास्थ्य जांच की गई।
श्रीसेवायतन न्यास के प्रबंधक कैलाश जैन एवं उनकी पूरी टीम ने इस पूरे आयोजन में अपने-अपने स्तर पर महत्वपूर्ण योगदान दिया।
ग्रामवासियों ने इस सेवा कार्य की सराहना करते हुए संस्था के प्रति आभार व्यक्त किया। मुखिया पति बिरजू साहू, महेन्द्र प्रसाद, देवेश बक्सी, मनोज कुमार सिंह और किशोर सहित अनेक ग्रामीणों ने आयोजन में सक्रिय सहयोग दिया।
*श्री सेवायतन के अध्यक्ष राजकुमार जैन अजमेरा ने कहा “सेवा ही सच्चा धर्म है। श्रीसेवायतन का उद्देश्य केवल उपचार नहीं, बल्कि मानवता की सेवा के माध्यम से जैन धर्म के करुणा, दया और परोपकार के सिद्धांतों को जीवन में उतारना है।”संस्था की यह पहल वास्तव में धर्म, सेवा और मानवता का अद्भुत संगम है — जो जैन तीर्थ श्री सम्मेदशिखरजी की पवित्र भूमि से जनसेवा का उज्ज्वल संदेश पूरे समाज तक पहुँचा रही है।कोडरमा मीडिया प्रभारी जैन राज कुमार अजमेरा,कोडरमा ने दी।














