जहां लोग अपने बच्चों के जन्मदिन मनाने होटल और पिकनिक जाते हैं वही कोडरमा निवासी दिल्ली प्रवासी अशोक-मंजू अजमेरा के पौत्र सुमित-नेहा अजमेरा के पुत्र कथांश जैन का प्रथम जन्म दिवस तीर्थराज सम्मेदशिखर जी की पावन भूमि पर मनाया सुबह गुणायतन शिखर जी में 1008 श्री चंदप्रभु भगवान का प्रथम अभिषेक ओर शांतिधारा का सौभाग्य
मुम्बई dr सुभाष मोनिका साह, चंदेरी जैन समाज,पुणे सुरेखा जुगमन्दर साह,कोडरमा अशोक बिनोद अजमेरा,हजारीबाग अजित पाटोदी, नरेश-उषा जैन रांची,इंदौर से राकेश-रजनी गोधा,गुणायतन के सुभाष जैन,जयपुर से नंद लाल जैन,कोडरमा बीरू-संगीता छाबड़ा,कोटा के कपूर जैन परिवार,अजमेरा परिवार कोडरमा /पाटोदी परिवार हजारीबाग को भी प्राप्त हुआ इसके पश्चात गुणायतन के दीपक पंडित के निर्देशन में बहुत ही भक्ति भाव के साथ संगीतमय गणधर विलय विधान धूमधाम से कराया गया। इस
विधान में 1008 श्री चंद्रप्रभु भगवान के चरणों मे 48 अर्घ चढ़ाया गया। विधान के बाद जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर 1008 सुपार्श्वनाथ भगवान का पूजन के साथ निर्वाण लड्डू चढ़ाया गया ।आज फागुन कृष्ण सप्तमी के दिन इसी सम्मेदशिखर जी के प्रभास टोंक से योग निरोध कर निर्वाण को प्राप्त किये थे तभी से पूरे विश्व मे मोक्ष कल्याणक के रूप में मनाया जा रहा है। गुणायतन के ट्रस्टी बीरेन्द्र-संगीता जैन छाबड़ा ने विधान पुण्याजक परिवार को माला ओर तिलक लगा कर स्वागत किया ।इस विधान में विशेष रूप से शामिल होने वाले कथांश के छोटे दादू राज कुमार अजमेरा,हजारीबाग अजित-किरण पाटोदी, आशीष पाटोदी,शकुन जैन, कोलकोत्ता से विमल सेठी आदि अनेक लोग इस विधान में शामिल हुवे,साथ ही बधाई देने में कोडरमा से बिनोद अजमेरा, हजारीबाग से रोहित पाटोदी, बेंगलोर से अशोक-मंजू, पुनीत-नूपुर,अर्हम अजमेरा,गुवाहाटी से मनोज-आशा गंगवाल,कोलकोत्ता से विभोर-रुचिका सेठी,बाराबंकी से सुशील-शिम्पी सेठी आदि कई ने बधाई दी ,कोडरमा की वार्ड पार्षद पिंकी जैन ने कहा कि सभी को अपना जन्मदिन कोई भी तिर्थक्षेत्र में मनाना चाइये जिससे उसमे धर्म के संस्कार मिलते रहे।इस अवसर पर विशेष आशीर्वाद जैन धर्म के सबसे बड़े षटरस त्यागी आचार्य श्री 108 संभव सागर जी महामुनिराज और आर्यक रत्न 105 पुनीत श्री माता जी का विशेष आशीर्वाद मिला।कोडरमा मीडिया प्रभारी राज कुमार अजमेरा ने दी।