लख़नऊ। शताधिक वर्ष प्राचीन जैन गजट के गणाचार्य श्री विरागसागर जी महाराज विनयांजलि विशेषांक का विमोचन 22 सितम्बर 2024 को आचार्य श्री विशुद्धसागर जी महाराज के प्रभावक शिष्य परम पूज्य मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज, परम पूज्य मुनि श्री प्रणतसागर जी महाराज के सान्निध्य में श्री पार्श्वनाथ दिगम्बर जैन मंदिर सआदतगंज लखनऊ में किया गया।
इस मौके पर जैन गजट के सह संपादक डॉ सुनील जैन संचय ललितपुर ने बताया कि जैन गजट 1895 से लगातार समाज और संस्कृति की सेवा में संलग्न है। इस विशेषांक का प्रकाशन मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज की प्रेरणा से किया गया है।
श्री प्रदीप पाटनी लखनऊ ने जैन गजट के आगामी 28 अप्रैल 2025 को आचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महाराज विशेषांक के रूप में प्रकाशित करने की घोषणा की । यह विशेषांक भी मुनि श्री सुप्रभसागर जी महाराज की प्रेरणा से प्रकाशित किया जाएगा।
विशेषांक का विमोचन डॉ श्रेयांस कुमार जैन बडौत, डॉ शीतल चंद्र जैन जयपुर, प्रोफेसर फूलचंद्र प्रेमी वाराणसी, डॉ नरेंद्र जैन टीकमगढ़, प्रोफेसर विजय कुमार जैन लखनऊ,पंडित विनोद कुमार जैन रजवांस, डॉ सुरेंद्र जैन भारती बुरहानपुर,डॉ सुनील जैन संचय ललितपुर, डॉ सनत जैन जयपुर, डॉ ज्योति जैन खतौली, पंडित सुनील जैन सुधाकर सागर, डॉ पंकज जैन इंदौर, डॉ आशीष जैन दमोह, पंडित अनिल जैन शास्त्री सागर, पंडित अखिलेश शास्त्री रामगडा , वर्षायोग समिति के अध्यक्ष हंसराज जैन, कार्याध्यक्ष जागेश जैन, संयोजक संजीव जैन, सआदतगंज जैन मंदिर के अध्यक्ष वीरेंद्र गंगवाल, विनय जैन, महासभा से प्रदीप पाटनी, कमल रावका आदि ने किया। एक प्रति सर्वप्रथम मुनिश्री को भेंट की गई इसके बाद सभी विद्वानों को भी प्रतियां भेंट की गईं।
-डॉ. सुनील जैन संचय, सह संपादक