जैन दंपति सेमिनार दो दिवसीय 13 व 14 सितंबर
शांति वीर धर्मस्थल नैनवा जिला बूंदी
महावीर कुमार सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान
मुख्य वक्ता रहेगी हेमलता शास्त्री मथुरा वृंदावन
जैन दंपतियों को बताएंगे जीवन जीने की कला अपनों के बीच कैसे सम्मान पा सकते हैं परिवार को एक सूत्र में बांध के रखना
अपने परिवार को स्वर्ग से सुंदर बनाना
जैन मुनि प्रज्ञानसागर प्रसिद्ध सागर महाराज के परम सानिध्य में 13/14
जैन सेमिनार संपन्न होगा
10 सितंबर बुधवार 2025
शांति वीर धर्म स्थल बस स्टैंड पर 13 सितंबर को दोपहर 1:00 बजे सेमिनार का शुभारंभ होगा
जिसमें दंपति भाग लेंगे
जीवन को सफल बनाने के लिए लोक व्यवहार गुरु के प्रति समर्पण भावना बच्चों के प्रति वात्सल्य परिवार के प्रति अपने कर्तव्य शिविर में बताया जावेगा
मंच का संचालन श्रीमती सुधा जैन चौधरी विदिशा मध्य प्रदेश
मुख्य आमंत्रित वक्ता कवि सजल जैन जबलपुर
मुख्य वक्ता हेमलता शास्त्री मथुरा वृंदावन वक्ताओं द्वारा सेमिनार को सफल बनाने के लिए अपना मार्ग,दर्शन देंगे
निर्देशक विनोद मारवाड़ा संयोजक प्रमोद बरमुंडा
आयोजक दिगंबर जैन 20 पंथ समाज नैनवां
आज के धर्म सभा में प्रवचन
मन के द्वारा ही पुण्य पाप होते हैं
जैन मुनि प्रज्ञान सागर महाराज
शांति वीर धर्म स्थल पर वर्षा योग के दौरान जैन मुनि प्रज्ञान सागर महाराज ने धर्म सभा को बताया
मनुष्य को जो मन मिला है वह पुण्य से प्राप्त हुआ है मन चलाय मान रहता है है उसे समझाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है
मन द्वारा मनमानी करने पर उसके परिणाम अच्छे नहीं होते मनुष्य को आगे मन का दौड़ना ठीक नहीं है मन को सदैव पीछे ही दौड़ाना लाभकारी बताया
इस मन के कारण आज का युवा माता-पिता का तिरस्कार करता है मन को समझाने पर उत्थान होगा मन को नहीं समझाने पर पतन होगा
मन के द्वारा ही पाप और पुण्य की क्रिया होती है
महाराज ने बताया कि रोगी को औषधि रोग ठीक करने के लिए दी जाती है औषधि से आत्मा की शक्ति कभी बढ़ती नहीं है
संतो के पास संसार के दुखों को दूर करने की सबसे बड़ी औषधि ज्ञान होता है इस ज्ञान के द्वारा संसार की बड़ी से बड़ी परेशानी दूर होना मुनि ने बताया
मिथ्यात्व का पोषण करना कीचड़ के समान है
जैन मुनि प्रसिद्ध सागर महाराज ने अपार धर्म सभा में बताया कि आज का मनुष्य अपनी आत्मा के धर्म को छोड़कर इधर से उधर भटक रहा है यह सब भय के कारण मनुष्य कर रहा है
अंधविश्वास के कारण मनुष्य देवी देवताओं के पास पहुंचता है उनके भक्तों द्वारा झूठे विश्वास में लेकर घुमाता है दुखी मनुष्य जो कहता है वह करता चला जाता है यह सब उन्होंने मिथ्यात्व बताया
सच्चे भगवान ईश्वर की शरण में जाने से संसार की सारी बढ़ाएं दूर होना मुनि ने बताया
धर्म सभा में मंगलाचरण की प्रस्तुति श्रीमती संगीता जैन मोडीका का द्वारा दी गई
धर्म सभा में जैन दंपति सेमिनार का विमोचन हुआ
महावीर कुमार सरावगी
चातुर्मास प्रचार मंत्री नैनवा