हर हमले का मुंह तोड़ जवाब देने में सक्षम है भारतीय सेना

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पूर्व एयर मार्शल शशिकर चौधरी जैन
सनावद / भारतीय सेना एक जीवन शैली है। जिसमें अनुशासन,पराक्रम,आत्मसम्मान और राष्ट्रप्रेम शामिल है। भारतीय सेना धर्म, जाति,भाषा और क्षेत्रवाद से परे संपूर्ण राष्ट्र का प्रतिधिनिधित्व करती है।
ये विचार भारतीय वायु सेना से हाल ही में सेवानिवृत्त एयर मार्शल शशिकर चौधरी जैन ने राजेन्द्र जैन महावीर के निवास पूर्णाश्रय में आयोजित सम्मान समारोह उपरांत हुई पत्रकार वार्ता में व्यक्त किए। पूर्व एयर मार्शल चौधरी की प्रारंभिक शिक्षा खंडवा में हुई। तत्पश्चात एसजीएसआईटीएस इंदौर से बीई और कानपुर से आईआईटी की उपाधि प्राप्त की।
चौधरी ने बताया कि बदलते समय के साथ भारतीय सेना में
टेक्नोलॉजी का उपयोग बढ़ गया है। लेकिन भारतीय सेना का मूलभूत आधार शौर्य,बलिदान और आत्मसम्मान है। पहले की तुलना में आज का भारतीय सैनिक डिजिटल इनेबल सोल्जर है। भारत की नीति रही है कि भारत किसी भी दूसरे राष्ट्र पर पहले हमला नहीं करेगा।लेकिन जब कोई हमें उकसाएगा या हमारी संप्रभुता,अखंडता पर आक्रमण करेगा तो भारत की सेना उसका मुंहतोड़ जवाब देगी। चौधरी ने कहा कि गत सात मई को भी जब भारत की संप्रभुता और अखंडता पर आतंकवादियों ने हमला किया तब भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से दुश्मन के ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमला किया। चौधरी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर 110 प्रतिशत सफल रहा है। जिसमें भारत ने यह संदेश दिया है कि जरूरत पड़ने पर भारत की घर दुश्मन के घर में घुसकर करारा जवाब देगी। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय सेना ने वास्तविक नियंत्रण रेखा पार नहीं करते हुए रॉकेट और मिसाइलों के सटीक निशाने से दुश्मन के आतंक के ठिकानों को बर्बाद किया और कई आतंकवादी मार गिराए।भारत और चीन के बीच संभावित युद्ध के बारे में पूछे गए प्रश्न के जवाब में चौधरी ने कहा कि ना तो भारत और ना ही चीन युद्ध के लिए तैयार है। क्योंकि दोनों देश आर्थिक रूप से समृद्ध होना चाहते हैं। युद्ध के दौरान देश का औद्योगिक उत्पादन ठप हो जाता है। जान-माल का नुकसान होता है और देश की अधोसंरचना को हानि पहुंचती है। चौधरी ने कहा कि डोकलाम में भारतीय सेना ने चीन की सेना से बराबरी के साथ मुकाबला किया और भारत की एक इंच जमीन भी नहीं जाने दी। चौधरी ने कहा कि युद्ध शुरू होने के बाद युद्ध को रोकना अत्यंत कठिन होता है। यूक्रेन-रूस युद्ध इसका उदाहरण है।चौधरी ने सुझाव दिया कि स्कूलों में भारतीय सेना का पाठ शामिल किया जाना चाहिए।ताकि विद्यार्थी भारतीय सेना के बारे में जान सकें। इस दौरान समाजसेवी राजेंद्र जैन महावीर,मानव समिति अध्यक्ष संदीप चौधरी, एम डी जैन स्कूल के सचिव हेमेंद्र जैन हेमू , लायंस क्लब अध्यक्ष रजनीश जैन, केमिस्ट एसोसियेशन अध्यक्ष नवनीत जैन,पूर्व सैनिक सरोज इंगला, आशीष सिंह खालसा,चिंताराम बिरला, धरम वीर बिरला,गोपाल दुबे, डा अजय जैन,कवि हुकुमचंद कटारिया,नागरिक बैंक डायरेक्टर देवेंद्र काका,अनुपमा जैन,जन शिक्षक संतोष सेन आदि उपस्थिति थे।
अनुपमा राजेन्द्र जैन महावीर
पूर्णाश्रय
217,सोलंकी कॉलोनी
सनावद ,जिला खरगोन
मध्यप्रदेश

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