*गुरु ज्ञानसागर स्मृति दिवस सराकोत्थान केन्द्र रघुनाथपुर में मनाया गया
गुरुभक्ति के साथ हुआ विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन
मुरैना (मनोज जैन नायक) परम पूज्य गुरुदेव सराकोद्धारक, प्रातः स्मरणीय, वात्सल्यरत्न, राष्ट्रसंत, आचार्यश्री 108 ज्ञानसागर जी महाराज के पंचम समाधि दिवस के उपलक्ष्य में हजारों प्राच्य जैन सराक बन्धुओं, महिला, बाल- गोपाल एवं सराक क्षेत्र के जैनेतर गुरुभक्तों के उपस्थिति में सराकोत्थान केंद्र रघुनाथपुर पश्चिम बंगाल में विशाल समारोह आयोजित किया गया । जिसमें अपने गुरु से प्राप्त मार्गदर्शन पर चलने तथा उनके आशीर्वाद से किये जा रहे समाज उत्थान कार्यो को प्रोन्नति करने पर सतत् प्रयासरत रहने की भावना व्यक्त किए।
गुरु भक्ति में बंगाल, उड़ीसा व झारखण्ड प्रांत से पधारे सभी ने अपने प्रथम दिगम्बर गुरु, वर्तमान समय में भगवान स्वरुप, हमारे दुःख – पीड़ा को समझने वाले महामानव किस पुण्योदय से हमारे बीच अल्प समय के लिए आये थे और समय रहते हमें छोड़कर देवलोक प्रस्थान कर गए, ऐसी भावना अपने -अपने भाषा में भजन संगीत, वाचन के माध्यम से प्रस्तुत किया, बालिकाओं ने नृत्य के साथ भक्ति प्रस्तुत की। कार्यक्रम परम पूज्य सप्तम पट्टाचार्य श्री 108 ज्ञेयसागर जी महाराज, आर्यिकारत्न 105 श्री सुज्ञानमति माताजी के आशीर्वाद से बाल ब्रह्मचारिणी बहन विदुषी मंजुला दीदी के निर्देशन में श्री ज्ञानसागर गुरु भक्त परिवारों के सहयोग से ,भाo दिगम्बर जैन सराक ट्रस्ट दिल्ली एवं प्राच्य श्रावक श्रमण समिति सराक क्षेत्र के संयोजन से संपन्न हुआ। जिसमें गुरुदेव के कृतित्व पर निबंध प्रतियोगिता, चित्र अंकन, गुरु मंदिर सजाओ, आरती थाली सजाओ आदि प्रस्तुति आयोजित किए गए । प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी को सम्मानित पुरस्कार ब़oमंजुला दीदी के कर कमलों से प्रदान किया गया। प्राच्य श्रावक श्रमण समिति के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता पुटुक माजी, रमेशचन्द मांझी , गयाराम मांजि , युधिष्ठिर माजी, संजय माजी, सृष्टिधर मांझी, असित लायेक, किरीटी भूषण मांझी, जितेन्द्र माजी, तापस माजी, लिल्टू माजी, गौरांग मांझी, रामदुलाल मंडल, विद्युत माजी के साथ–साथ सभी का महत्वपूर्ण योगदान रहा। ट्रस्ट की ओर से संजय कुमार पाटनी उपस्थित होकर कार्यक्रम को संबोधित किया।
















