गुंसी ग्राम में पिछिका का परिवर्तन समारोह में माताजी को पुरातत्व रक्षिका की उपाधि दी

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गुरु मां विज्ञाश्री माताजी

जैन गजट संवाददाता महावीर सरावगी द्वारा

10 दिसंबर रविवार को दिगंबर जैन सहस्त्रकुट, विज्ञा तीर्थ जिला टोंक में नवीन जिनालय शुभारंभ समारोह पिछिक। परिवर्तन समारोह में दूर-दूर से मुनि भक्तों ने पहुंचकर कार्यक्रम अपार शोभा बढ़ाई
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कार्यक्रम में 1008 ताम्र कलशो द्वारा द्वारा ध्वजारोहण के साथ समारोह प्रारंभ हुआ चित्र का अनावरण सतीश काला मालवीय नगर जयपुर दीप प्रजलित ताराचंद ज्योति जैन जयपुर जिला टोंक निवाई महिलाओं द्वारा मंगलाचरण की प्रस्तुति दी

सहस्त्रकुट जिनालय में प्रथम कलश का सौभाग्य शतिश काला मालवीय नगर जयपुर स्वर्ण शीला रखने का सौभाग्य योगेश महावीर जैन कोटा द्वारा भक्तों द्वारा आयिका विज्ञाक्षश्री माता को नवीन पिछिका का भेंट करने का सौभाग्य कमंडल शास्त्र आदि विजेंद्र जैन लाल कोठी जयपुर द्वारा

माता ने अपायर भक्तों को अपने उद्बोधन में कहा कि कषाय का अकाषाय रूप योग का अयोग रूप है
नकारात्मक सोच परिवर्तन कर सकारात्मक सोच को अपनाओ ज्ञान के बिना व्यवस्थाएं बिगड़ गई है यदि हमें व्यवस्थित हो जावे तो व्यवस्थाधओं की जरूरत ही नहीं पड़ेगी
माता ने भी बताया कि जहां मंगल कलश होता है वह जंगल में मंगल हो जाता है समझ में सवाई माधोपुर समाज के द्वारा गुरु मां विद्या श्री माता को पुरातत्व रक्षिका की उपाधि दी गई
समारोह में दूर-दूर से आए भक्तों को गुरु माता ने अपना आशीष देते हुए कहा जहां पर धर्म होता है वहां सभी प्रकार की सुख शांति उत्पन्न होती है अशांति सदैव ही धर्म से दूर रहती है

महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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