गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुई ‘दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका’

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गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल हुई ‘दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका’

267 तीर्थों का संकलन, लोकेशन क्यूआर कोड सहित एक लाखवीं प्रति का हुआ भव्य विमोचन

इंदौर।
दिगंबर जैन समाज के इतिहास में 2 नवंबर 2025 का दिन स्वर्णाक्षरों में दर्ज हो गया। जैन समाज की सर्वाधिक लोकप्रिय एवं लोकोपयोगी कृति ,हसमुख गांधी द्वारा संपादित पुस्तक ‘दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका’ अपनी 1,00,000वीं प्रति के साथ गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हो गई। इस ऐतिहासिक अवसर पर रवीन्द्र नाट्यगृह, इंदौर में भव्य विमोचन समारोह आयोजित हुआ।

गौरवपूर्ण क्षण में देशभर से जुटे श्रद्धालु एवं गणमान्यजन

समारोह की अध्यक्षता श्री जंबू प्रसाद जैन (गाजियाबाद), अध्यक्ष – भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी, मुंबई ने की।
विमोचनकर्ता – श्री आजाद जैन एवं श्रीमती रविदेवी जैन (बिड़ीवाला परिवार),
दीप प्रज्वलनकर्ता – श्री महेंद्रकुमार जैन एवं श्रीमती संतोष जैन (बडजात्या परिवार),
ध्वजारोहणकर्ता – श्री आर. के. जैन (रानेका, इंदौर) रहे।

कार्यक्रम में समाजसेवी, उद्योगपति, शिक्षाविद्, जैन संगठनों एवं तीर्थ क्षेत्रों के अध्यक्ष व समितियों के पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।

महापौर ने की सराहना, क्लीन सिटी से डिजीटल सिटी की दिशा में कदम

महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि “तीर्थ निर्देशिका” जैन समाज का गौरव है, जिसने धार्मिक और सामाजिक क्षेत्र में नई दिशा दी है। उन्होंने संपादक हसमुख गांधी को इस अनुपम कार्य के लिए बधाई दी और बताया कि नगर को क्लीन सिटी के बाद डिजीटल सिटी के रूप में विकसित करने की योजना पर कार्य चल रहा है।

गोल्डन बुक ऑफ़ वर्ल्ड रिकार्ड का प्रमाणपत्र प्रदान

कार्यक्रम में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के एशिया हेड डा. मनीष विश्नोई ने उपस्थित रहकर “दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका” को विश्व रिकॉर्ड प्रमाणपत्र प्रदान किया।

तीर्थ निर्देशिका – जैन समाज की जीवंत धरोहर
मीडिया प्रभारी होलास सोनी, राजेन्द्र जैन महावीर ने बताया कि “दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका” जैन समाज की एक जीवंत धरोहर है, जिसने देश-विदेश के लाखों श्रद्धालुओं को 267 तीर्थों की सटीक जानकारी उपलब्ध कराई है।
लोकेशन क्यूआर कोड के साथ लेटेस्ट जानकारी तीर्थ निर्देशिका की एक लाखवी प्रति में सम्मिलित है हसमुख गांधी
दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका के संपादक व अध्यक्ष हसमुख जैन गांधी ने इस अवसर पर कहा कि 12 वें संस्करण में लेटेस्ट अपडेट के साथ सारी जानकारियां उपलब्ध कराई गई है जिनमें लोकेशन क्यू आर कोड से यात्री सीधे तीर्थ पर पहुंच सकेंगे, तीर्थ निर्देशिका में तीर्थ क्षेत्र का लेटेस्ट मोबाइल नंबर ,ईमेल आईडी, वेबसाइट, क्षेत्र पर उपलब्ध सुविधाएं, एसी, नान एसी कमरों के साथ भोजनशाला की उपलब्धता की जानकारी, रेलवे स्टेशन ,बस स्टैंड , एयर पोर्ट से दूरी, क्षेत्र की ऐतिहासिकता, पहाड़ है या नहीं, सीढ़ियां कितनी है, गाड़ियां पहाड़ी पर जा सकती हैं नहीं ,आसपास तीर्थ कितने हैं व कितनी दूरी पर हैं, क्षेत्र का बैंक अकाउंट आदि की जानकारी भी इस निर्देशिका में उपलब्ध कराई गई है। निर्देशिका के माध्यम से 10 लाख से अधिक यात्री वर्ष भर में यात्रा करते हैं जिन्हें यह निर्देशिका और अधिक सुलभ जानकारी उपलब्ध कराएगी।
निर्देशिका के प्रधान संपादक व प्रकाशन समिति के महामंत्री डॉ अनुपम जैन ने बताया कि 2004 से जारी यह सफर 21 वर्षों में 100000प्रति के गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड तक पहुंचा है जो की एक महत्वपूर्ण पड़ाव है ।निर्देशिका में तीर्थ का अनुक्रम राज्य अनुसार, क्षेत्र की सूची अंग्रेजी वर्णमाला के अनुसार दी गई है। प्रदेश वार नक्शे भी उपलब्ध कराए गए हैं, साथ ही अमेरिका आदि अनेक देशों के मंदिरों की सूची भी उपलब्ध कराई गई है निर्देशिका बहुत ही महत्वपूर्ण है व तीर्थ यात्रा को सर्व सुलभ कराती है। अध्यक्षता करते हुए भारतवर्षीय दिगंबर जैन तीर्थ क्षेत्र कमेटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जंबू प्रसाद जैन गाजियाबाद ने कहा कि तीर्थ का संरक्षण अति आवश्यक है तीर्थ के संरक्षण के लिए यात्रियों का तीर्थ पर जाना बहुत जरूरी है दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका के माध्यम से हसमुख गांधी जी ने जो श्रम किया है वह सराहनीय है।
उत्तरांचल क्षेत्र कमेटी के अध्यक्ष श्री जवाहरलाल जैन सिकंदराबाद में तीर्थ क्षेत्र कमेटी के कार्यों की जानकारी देते हुए तीर्थ निर्देशिका को बहु उपयोगी बताया व तीर्थ व तीर्थ क्षेत्र कमेटी को दान देने हेतु निवेदन किया तीर्थ क्षेत्र कमेटी की गुल्लक योजना की एक-एक गुल्लक हर तीर्थ व मंदिरों में रखने की अपील भी उन्होंने की ।इस अवसर पर बनेडिया तीर्थ पर तीर्थ क्षेत्र कमेटी को दान हेतु एक गुल्लक बनेडिया अतिशय क्षेत्र कमेटी को भेंट की गई। कार्यक्रम में महालक्ष्मी चैनल के संपादक शरद जैन दिल्ली , युवा समाजसेवी अमित कासलीवाल ,जैन गजट के सह संपादक राजेन्द्र जैन महावीर सनावद, तीर्थ निर्देशिका प्रकाशन समिति के अध्यक्ष हसमुख जैन गांधी, महामंत्री डॉ अनुपम जैन, कोषाध्यक्ष सुभाष भाचावत, राजकुमार काला, शरद पाणोत ,अनोखी लाल कट्टू ,इंजीनियर आईएम जैन, कोमलचंद जैन ने सहित बड़ी संख्या में समाज जन उपस्थित थे। टीम अवार्ड महोत्सव के अजीत जैन, बाहुबली जैन, दिलीप मेहता, दिलीप अंजनिया, होलास सोनी, कमलेश कासलीवाल, नीरज जैन, प्रदीप चौधरी, पवन बगड़िया, राजेंद्र जैन महावीर सनावद, रजनीकांत गांधी, आरके जैन एक्साइज ,संजय जैन अहिंसा, संजय जैन समोशरण ,सुधीर जैन के साथ सहयोगी संस्थाएं दिगंबर जैन सोशल ग्रुप फेडरेशन ,दिगंबर जैन समाज सामाजिक संसद, दिगंबर जैन महिला संगठन, जैन इंजीनियर सोसायटी इंदौर चैप्टर , दिगंबर जैन सोशल ग्रुप इंदौर नगर सहित निमाड़ मालवा के तीर्थ आहू ,वही पारसनाथ, बनेडिया, बावनगजा, गोमटगिरि, जयसिंहपुरा, छोटा महावीर जी, महावीर तपोभूमि, मक्सी, मानतुंग गिरी, नेमावर, पानी गांव, पुष्पगिरी, ऋषि तीर्थ, शीतल तीर्थ, तालनपुर पावागिरि ऊन , सिद्धवरकूट आदि तीर्थ के अध्यक्ष व पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इस अवसर पर इंदौर के समस्त जातीय संगठन के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।
समारोह को सर्वश्री पुष्पा प्रदीप कासलीवाल संरक्षिका फेडरेशन, अशोक बडजात्या अध्यक्ष दिगंबर जैन महासमिति , संजय पापड़ीवाल औरंगाबाद, जवाहरलाल जैन, गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के एशिया हेड डा मनीष विश्नोई एवं जैनेश झांझरी आदि ने विचार व्यक्त किए।
मंगलाचरण ब्र. सविता जैन (शीतल तीर्थ, रतलाम) द्वारा किया गया।

वेबसाइट लोकार्पण और सर्वश्रेष्ठ तीर्थ अवार्ड योजना की घोषणा
समारोह में tirthnirdeshika.com वेबसाइट का लोकार्पण किया गया।
साथ ही डा. जीवन प्रकाश जैन ने “सर्वश्रेष्ठ तीर्थ अवार्ड योजना” की घोषणा की, जिसके अंतर्गत प्रतिवर्ष सर्वश्रेष्ठ प्रबंधन,सर्वश्रेष्ठ विकास,सर्वाधिक प्रचार हेतु ₹1,11,000 की नगद राशि के तीन पुरस्कार हसमुख गांधी परिवार, इंदौर की ओर से प्रदान किए जाएंगे।
कार्यक्रम का संचालन डा. अनुपम जैन ने किया तथा आभार प्रदीप चौधरी ने व्यक्त किया।

राजेन्द्र जैन महावीर
सनावद
होलास सोनी
इंदौर

फोटो कैप्शन:
‘दिगंबर जैन तीर्थ निर्देशिका’ की एक लाखवीं प्रति के विमोचन समारोह में मंचासीन अतिथिगण।
गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड का प्रमाणपत्र प्रदान करते एशिया हेड डॉ. मनीष विश्नोई।

 

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