सौभाग्यवति महिलाओं के द्वारा सुहाग दशमी का पर्व मूल रूप से अंतराय कर्मो के नाश के लिए किया जाता है एवं पति (सुहाग) की लम्बी उम्र व बच्चों एवं परिवार की सुख समृद्धि के लिए व्रत एवं उपवास किया जाता है
फागी संवाददाता
फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के चकवाडा, चोरू,नारेड़ा,मंडावरी, मेहंदवास, निमेडा, लसाडिया तथा लदाना सहित जैन समाज की सौभाग्यवति महिलाओं द्वारा 15 अगस्त 2024 को सुहाग दशमी का निराहार उपवास रखकर मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना कर सुख समृद्धि की कामना की गई, एवं जैन धर्म के दसवें तीर्थंकर भगवान शीतलनाथ एवं सोभाग्य दशमी व्रत की अष्टद्रव्यों से पूजा की गई।कार्यक्रम जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कि कस्बे के प्राचीन जिनालय आदिनाथ मंदिर में प्रातः श्री जी का अभिषेक करने के बाद
राजाबाबु गोधा, चित्रा गोधा, उदित गोधा,पूर्णिमा गोधा फागी, श्रीमती मैना गंगवाल,शिखरचंद, किट्टी गंगवाल चकवाड़ा वाले, ताराचंद, विकास कुमार ,अनीता जैन गदिया सांगानेर वाले परिवार जनों की तरफ से सामूहिक रूप से जयकारों के साथ श्री जी की महाशांति धारा कर सुख समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की गई,कार्यक्रम में समाज की चित्रा गोधा एवं मनभर कासलीवाल ने संयुक्त रूप से बताया कि सुहाग दशमी के दिन महिलाएं अखंड सौभाग्यवती होने के लिए विशेष पूजा अर्चना कर उपवास रखती है, सुहाग दशमी को शास्त्रों में अक्षय दशमी के नाम से भी जाना जाता है,इस दिन सुहागिन महिलाएं लहरियां एवं चुनरी पहनकर पूर्ण श्रृंगारित होकर मंदिर जाकर पूजा अर्चना कर अपने सुहाग की लम्बी उम्र की कामना करती है।कार्यक्रम में समाज की रेखा झंडा एवं रानी नला ने अवगत कराया कि अक्षय दशमी पर्व मूल रूप से अंतराय कर्मो के नाश के लिए किया जाता है, इस दिन विवाहित महिलाएं शादी के 10 वर्ष तक सुहाग दशमी का निराहार उपवास रखती है, समाज की राजकुमारी दोषी एवं मंजू छाबड़ा ने अवगत कराया कि सुहाग दशमी को महिलाओं द्वारा पुत्र रत्न की प्राप्ति एवं सुहाग (पति) की लम्बी उम्र,व बच्चों एवं परिवार की सुख समृद्धि के लिए व्रत एवं उपवास किया जाता है,ओर बताया कि सुहागदशमी को सोभाग्य दशमी भी बोलते हैं।कार्यक्रम में आज समाज की चित्रा गोधा,अजु मोदी,नीलम पीपलू, टीना झंडा प्रियंका कासलीवाल चांदनी टीबा,शिंकु झंडा,प्रिया गंगवाल,प्रिया बावड़ी सहित अनेक सौभाग्यवती महिलाओं ने सुहाग दशमी का उपवास रखकर विशेष पूजा अर्चना कर सुहाग दशमी की कथा सुनकर धर्म लाभ प्राप्त किया ,इसी कड़ी समाज सेवी केलास कासलीवाल सरावगी समाज के अध्यक्ष महावीर अजमेरा ने बताया कि सोमवार 19 अगस्त को रक्षाबंधन एवं जैन धर्म के ग्यारहवें तीर्थंकर भगवान श्रेयांसनाथ का मोक्ष कल्याणक दिवस मनाया जायेगा, साथ ही जिनवाणी मां एवं मुनि- आचार्यों, आर्यिका माताजी की पिच्छिका के श्रावकों द्वारा रक्षा सूत्र बांधा जाकर धर्म एवं जिनवाणी सहित दिगम्बर संतो की रक्षा करने का संकल्प लिया जायेगा। समाज के त्रिलोक जैन पीपलू एवं कमलेश चोधरी ने बताया कि इसी दिन मुनि विष्णु कुमार की पूजा भी की जायेगी। कार्यक्रम में पूर्व सरपंच ताराचंद जैन, समाज के सरंक्षक प्रेमचंद भंवसा,केलास कासलीवाल, सुरेश सांघी, महावीर अजमेरा, विरेन्द्र दोषी, ओमप्रकाश कासलीवाल, शांतिलाल मित्तल, राजेश छाबड़ा, शिखर गंगवाल, ऐडवोकेट रवि जैन, ललित कासलीवाल, भाविक कासलीवाल,आदि कासलीवाल, राजाबाबू गोधा तथा समाज की वयोवृद्ध शंकुतला छाबड़ा, प्रेम देवी दोषी,कमला कासलीवाल,मैना गंगवाल, मुन्ना अजमेरा, चित्रा गोधा,मनभर कासलीवाल,राजकुमारी दोषी,रेखा मित्तल, मंजू छाबड़ा, निर्मला कासलीवाल, सीमा कासलीवाल, मंजू सेठी, आरती सेठी, अंकिता गंगवाल, मनीषा कासलीवाल सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मोजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान