चंदन षष्ठी का व्रत जितनी भी अशुद्धि के माध्यम से पाप का बंध होता है उसके निराकरण के लिए , एवं परिवार की खुशहाली के लिए किया जाता है
फागी संवाददाता
फागी परिक्षेत्र के जैन समाज की महिलाओं सहित कस्बे के जैन समाज की सौभाग्यवती महिलाओं ने आज चंदन षष्ठी का व्रत उपवास रखकर सुख समृद्धि की कामना कर विभिन्न पूजाऐं की कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने अवगत कराया कार्यक्रम में समाज की ममता बावड़ी एवं चंद्रकांता सिंघल ने संयुक्त रूप से इस उपवास की व्याख्या करते हुए बताया कि एक वर्ष में हमारे द्वारा जितना भी अशुद्धि के माध्यम से पाप का बंध होता है उसके निराकरण के लिए चंदनाषष्ठी की व्रत उपवास किया जाता है। यह व्रत भाद्रपद कृष्णा षष्ठी के दिन आता है , इस व्रत के दिन समुच्चय पूजा, नव देवता पूजा ,24 तीर्थंकर भगवान की पूजा सहित विभिन्न तीर्थंकरों की पूजा की जाती है। कार्यक्रम में समाज की सुशीला बावड़ी एवं मोना मोदी ने बताया कि इस व्रत से पति ,पुत्र को दीर्घायु और आरोग्य के साथ ही परिवार को धन-धान्य और सुख समृद्धि की प्राप्ति होती है साथ ही सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। कार्यक्रम में समाज के रमेश बावड़ी एवं कमलेश सिंघल ने अवगत कराया कि इससे पूर्व चंद्र प्रभु नसियां जी मे श्री जी का अभिषेक शांतिधारा अष्टद्वव्यों से पूजा-अर्चना कर खुशहाली की कामना की गई, कार्यक्रम में रमेश बावड़ी, महेश बावड़ी, सुरेश बावड़ी,कमलेश सिंघल,डालू बावड़ी,नवल गर्ग तथा सुशीला बावड़ी, संतोष बावड़ी, मन्नु बावड़ी,मीरा झंडा, ममता बावड़ी, संगीता कागला,मोना मोदी तथा चंद्रकांता सिंघल सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मोजूद थे इसी कड़ी में आदिनाथ जिनालय में भी प्रातः अभिषेक शांतिधारा एवं अष्टद्रव्यों से पूजा करने के बाद चंदन षष्ठी की कथा सुनाई गई, कार्यक्रम में चंदन षष्ठी के व्रत के उपलक्ष्य में समाज की राजकुमारी दोषी एवं मनभर कासलीवाल ने बताया कि इस व्रत को करने से अक्षय फल की प्राप्ति होती है, एवं परिवार में खुशहाली और शांति रहती है उक्त कार्यक्रम में मनभर कासलीवाल, चित्रा गोधा, राजकुमारी दोषी,सीमा कासलीवाल, अंकिता गंगवाल सहित सभी महिलाएं उपस्थित थीं।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मीडिया प्रवक्ता राजस्थान