फागी संवाददाता
फागी कस्बे सहित परिक्षेत्र के चकवाडा, चोरू,नारेड़ा,मंडावरी, मेहंदवास, निमेडा, लसाडिया तथा लदाना सहित कस्बे के जिनालयों मे जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर सुपार्श्वनाथ भगवान का जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव हर्षोल्ल्लास पूर्वक मनाया गया कार्यक्रम में कस्बे के चंद्रप्रभू नसियां में प्रातः श्री जी का अभिषेक करने के बाद समाज की तरफ से सामूहिक शांतिधारा कर अष्टद्रव्यों से पूजा अर्चना कर विभिन्न तीर्थंकरों के अर्घ्य अर्पित किए कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने बताया कार्यक्रम में आचार्य इन्द्रनंदीमहाराज,वर्धमान सागर महाराज, आर्यिका विशुद्ध मति माताजी,आर्यिका श्रुतमति माताजी, सुबोध मति माताजी,समाधिस्थ आचार्य विद्यासागर सागर महाराज,गुणसागर महाराज, आर्यिका गौरव मति माताजी सहित विभिन्न पूर्वाचार्यों एवं चौबीस तीर्थंकरों तथा जिनवाणी माता केअर्घ्य अर्पित करने के बाद जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर, देवाधिदेव सुपार्श्वनाथ भगवान के जन्म एवं तप कल्याणक महोत्सव का जयकारों के साथ सामूहिक रूप अर्घ्य अर्पित कर सुख समृद्धि और खुशहाली की कामना की गई कार्यक्रम में समाज की सुशीला गर्ग एवं मंजु जैन बावड़ी ने बताया कि सुपार्श्वनाथ भगवान वर्तमान युग (अवसर्पिणी ) के जैन धर्म के सातवें तीर्थंकर है, उनका जन्म ईक्वाशु वंश में राजा प्रतिष्ठा और रानी पृथ्वी के यहां हुआ था उनका चिन्ह स्वास्तिक है, उन्होंने कहा कि भगवान सुपार्श्वनाथ की देशना (उपदेश) मुख्य रूप से अहिंसा, सत्य, असत्य, ब्रह्मचर्य और अपरिग्रह के सिद्धांतों पर आधारित है। यह देशना लोगों को संस्कारिक मोह माया से दूर रहकर मोक्ष की और अग्रसर होने का मार्ग दिखाती उक्त समय कैलाश कलवाड़ा, सोहनलालझंडा, सुरेश सांघी, राजेंद्र मोदी,महेंद्र गर्ग ,पारस नला, टीकम गिंदोडी, रमेश बावड़ी , महेश बावड़ी, डालू जैन, निक्की जैन,कमलेश चोधरी, राजाबाबू गोधा तथा महिला मंडल की सुरज्ञानी दैवी कठमाणा, सुशील गर्ग,मैंना जैन बावड़ी, नोरती गिंदोढी, मंजूबावड़ी , विमला मांदी, संजू गर्ग बावड़ी, ममता बावड़ी, मोनिका जैन , प्रिया जैन,मन्नु बावड़ी तथा नैना गर्ग सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मोजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मिडिया प्रवक्ता राजस्थान