कषाय जीवन में दुःख अशांति और क्लेश का कारण बनते हैं,कषायों का त्याग करके ही आत्मा मोक्ष प्राप्त कर सकती है
आर्यिका सुरम्य मति माताजी
फागी संवाददाता
फागी कस्बे में विराजमान आर्यिका सुरम्यमति माताजी स संघ के पावन सानिध्य में चल रही चातुर्मास प्रवाहना में अनेक धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं कार्यक्रम में जैन महासभा के प्रतिनिधि राजाबाबू गोधा ने बताया कि आज प्रातः पार्श्वनाथ चैताल्य में अभिषेक, शांतिधारा एवं अष्ट द्रव्यों से पूजा अर्चना के बाद आचार्य सुन्दर सागर महाराज, आर्यिका विशुद्ध मति माताजी, आर्यिका श्रुत मति माताजी, आर्यिका सुबोध मति माताजी,आर्यिका सुरम्य मति माताजी सहित विभिन्न पूर्वाचार्यों के अर्घ्य चढ़ाकर सुख समृद्धि की कामना की गई ,कार्यक्रम में प्रवचन श्रृंखला में आर्यिका श्री ने श्रृद्धालुओं को संबोधित करते हुए अपनी मंगलमयी वाणी से शाश्वत तीर्थ सम्मेद शिखर की पावन वंदना पर प्रकाश डालते हुए बताया कि जैन धर्म में सम्मेद शिखर तीर्थ की यात्रा को मोक्ष प्राप्ति का एक महत्वपूर्ण साधन माना जाता है, मान्यता है कि जो व्यक्ति श्रद्धा और भक्ति के साथ इस तीर्थ की यात्रा करता है उसे अगले जन्मों तक कर्म बंधनों से मुक्ति मिलती है। इस पर्वत पर 20 तीर्थंकरों को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी इसलिए यह स्थान जैनियों के लिए विशेष महत्व रखता है, इस तीर्थ की यात्रा करने से मन को शांति मिलती है, और आध्यात्मिक संतुष्टि मिलती है,इसी कड़ी में आर्यिका श्री ने जीवन में उत्पन्न कषायों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि क्रोध ,मान ,माया, लोभ यह चार प्रकार के कषाय होते हैं किसी भी व्यक्ति को किसी भी मनुष्य के प्रति 6 महीने से ज्यादा कषाय नहीं रखने चाहिए, उससे कर्म का बंध होता है, कषाय आत्मा को कर्मों से बांधते हैं जिसे जन्म मृत्यु के चक्कर में फंसा रहता है, कषाय जीवन में दुःख अशांति और क्लेश का कारण बनते हैं,कषायों का त्याग करके ही आत्मा (मुक्ति)मोक्ष प्राप्त कर सकती है। कार्यक्रम में मंदिर समिति के मंत्री कमलेश चौधरी ने बताया कि इससे पूर्व जितेन्द्र कुमार मोदी ने “जब से गुरु दर्श मिला मनवा मेरा खिला-खिला” मंगलाचरण के द्वारा कार्यक्रम की शुरुआत की, कार्यक्रम में मितेश लदाना ने बताया कि महावीर प्रसाद, प्रेमचंद, कमलेश कुमार, विनोद कुमार, पंकज कुमार,आरव,आयुष जैन कठमाणा परिवार के द्वारा कार्यक्रम में चल रहे 48 दिवसीय भक्तामर पाठ एवं दीप अर्चना में सहभागिता निभाते हुए लाभ प्राप्त किया। कार्यक्रम में ललित मांदी एवं विनोद कुमार मोदी ने बताया कि विरेंद्र कुमार- रौनक कुमार नला वाले परिवार जनों के आवास पर आज आर्यिका सुरम्य मति माताजी की निअन्तराय आहार चर्या हुई। मंदिर समिति के पारस मोदी ने बताया कि कार्यक्रम में
कैलाश कलवाड़ा, मोहनलाल झंडा सोहनलाल झंडा, शिखर मोदी,सुकुमार झंडा,महावीर कठमाना, पारस गिंदोड़ी, प्रेमचंद कठमाना,नवरत्न कठमाना, कमलेश कठमाना,अशोक नला सुरेंद्र चौधरी, कमलेश चोधरी, विरेन्द्र नला, कमलेश चौधरी, मितेश लदाना,अनिल कठमाना, शिखर कठमाना, नीरज झंडा,पारस मोदी,ललित मांदी , अरुण गंगवाल तथा विनोद मोदी सहित सभी श्रावक श्राविकाएं मोजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन महासभा मिडिया प्रवक्ता राजस्थान