दूसरों को सुख देखकर सुखी होना सच्ची मानवता है

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आयिका विज्ञाश्री माताजी

जैन गजट संवाददाता महावीर सरावगी नैनंवा

12 जनवरी 2024 शुक्रवार

गुंसी जिला टोंक दिगंबर जैन शाहस्त्र कुट जिनालय पर आयिका विज्ञाश्री माता ने सभा को संबोधित करते हुए बताया
कभी-कभी हम अपने सुख के लिए दूसरों को दुखी कर देते हैं उनके सुख छीनने का प्रयास करते हैं क्या यह प्रवृत्ति मानवता की परिधि में आती है

जीवन में ऐसी स्थितियां एवं घटनाओं का होना सामान्य बात है संसार में बलवान निर्बल को दबाएगा तो अत्याचार बढ़ेगा मानवता का एक दूसरे को दर्द समझना ही एक सबसे बड़ी मानवता का सफल फल है
जब हमारा पड़ोसी सुखी रहेगा तभी हम सुखी रहेंगे यह सिद्धांत की बात होना गुरु माता ने बताया

गणेश लाल जैन ने माताजी से दो प्रतिमा के व्रत धारण किए

आयिका ने बताया इससे कल्याण का मार्ग प्रशस्त होता है जैन धर्म में लघु वृत श्रावक ग्रहण करता है और महाव्रत साधुओं के लिए के लिए बनाए जाते है
,महावीर कुमार जैन सरावगी जैन गजट संवाददाता नैनवा जिला बूंदी राजस्थान

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