दिगम्बर मुनि की हत्या के विरोध में भीलवाड़ा बंद, हजारों की संख्या में निकाला मौन जुलूस।

0
126
भीलवाड़ा, 20 जुलाई-  कर्नाटक में जैन मुनि आचार्य कामकुमार नंदी की हत्या के विरोध में सकल जैन समाज व हिन्दू संगठनों की ओर से प्रदेशव्यापी बंद के तहत गुरुवार को भीलवाड़ा बंद रहा। इस दौरान सभी संगठनों की ओर से सूचना केन्द्र से मौन जुलूस निकाला गया।
प्रातः काल सूचना केंद्र पर विशाल धर्म सभा आयोजित की गई जिसमें मुनि श्री आदित्य सागर जी महाराज ने कहा कि सर्व समाज होने के बजाय सनातन समाज को एक होना चाहिए और हिंदू राष्ट्र होने के बजाय अहिंसक राष्ट्र होना जरूरी है। जैन समाज आज टैक्स देना बंद कर दे तो जरा सोचो क्या हो सकता। है।  तेरापंथ समाज के मुनि यशवंत कुमार ने कहा कि जैन समाज में एकता का अभाव से जैन समाज में खतरा मंडरा रहा है। मुनि ने कहा की हम महावीर के वंशज हैं। अहिंसा के योगदान से जैन धर्म द्वारा भाईचारा, मैत्रीभाव, अमन- शांति का संदेश को विश्व स्तर तक बढ़ाया है। इस अवसर पर हरी सेवा धाम के महंत  ह॑साराम, गांधीनगर स्थित  निम्बार्क आश्रम के मोहन शरण महाराज, विश्व हिंदू परिषद विभाग मंत्री गणेश प्रजापत आदि ने एकमत में कहा कि संतों पर हो रहे अत्याचार को अब सहन नहीं किया जाएगा। जो सरकार धर्म व संत की रक्षा न कर सके उसे राजनीति छोड़ देनी चाहिए।
जैन मुनि काम कुमार नंदी की हत्या के विरोध में मेडिकल सेवाएं, बाजार ,स्कूल, बार एसोसिएशन ने न्यायालय में अपना काम स्थगित रखा, कृषि उपज मंडी पूरी तरह से बंद रहे। अन्य समाज के लोगों ने भी अपने प्रतिष्ठान बंद रखें।  जुलूस डेढ़ किलोमीटर लंबा  एक छोर सूचना केन्द्र था तो दूसरा छोर गोल प्याऊ चौराहा से आगे  चल रहा था। जुलूस की अगवाई संत कर रहे थे तो पिछे महिलाएं व पुरुष चल रहे थे। महिलाएं व पुरुष अपने हाथों में तख्तिया लेकर  चल रहे थे जुलूस जिला कलेक्ट्रेट पहुंचने पर सभी संगठनों की ओर से राज्यपाल राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
 मंच संचालन जन आक्रोश रैली कार्यक्रम संयोजक सुभाष जैन हूमड़ ने किया। आदिनाथ दिगंबर जैन मंदिर अध्यक्ष नरेश गोधा ने प्रस्तावना रखा। मंच पर संत राम दास महाराज व लाला बाबा समेत अन्य संत उपस्थित थे। सकल जैन समाज के इस कार्यक्रम को लेकर पुलिस के पुख्ता प्रबन्ध थे।
प्रकाशनाथ हेतु      प्रकाश पाटनी
जैन गजट सवाददाता
भीलवाड़ा

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here