श्री दिगंबर जैन नसियां टोंक में चल रहे अष्टनिका महापर्व में सिद्धचक्र महामंडल विधान के तहत सिद्धचक्र महामंडल विधान में सोमवार को पंडित प्रमोद कुमार जी शास्त्री के सानिध्य में इंद्र एवं इंद्राणियों द्वारा 1024अर्घ्य समर्पित किए गए समाज के प्रवक्ता पवन कंटान एवं कमल सर्राफ ने बताया कि 21 मार्च से 26 मार्च तक 2024 से हुए सिद्धचक्र महामंडल विधान के तहत सोमवार को प्रातः काल श्रीजी के अभिषेक एवं शांतिधारा के पश्चात नित्य नियम की पूजा अर्चना की गई जिसमें भगवान महावीर स्वामी आदिनाथ भगवान शांतिनाथ भगवान की विशेष पूजा अर्चना की गई इस मौके पर संगीतकार की मधुर वाणी से सुरेंद्रअजमेरा, सुभाष अजमेरा ,नरेंद्र अजमेरा, महावीर पांसरोटियां ,अनिल ट्रांसपोर्ट , पन्नालाल जूनिया, प्रदीप नगर वाले ,नेमीचंद बनेढा और इंद्र एवं इंद्राणियों ने जमकर भक्ति नृत्य किया ।मंगलवार को विधान का समापन हुआ विश्व शांति के लिए महायज्ञ में आहुतियां दी गई ,पंडित प्रमोद जी शास्त्री ने बताया की जीवन के अंदर जब भी प्रतिकूल परिस्थितियां आती हे तो हमारा जो कर्म किया है वह उदय में आता है अगर हमने अच्छा कर्म किया है तो वह पुण्य रूप में आएगा और बुरा कार्य किया है तो वह पाप रूप में आएगा इसलिए अपने जीवन में आर्त ध्यान को छोड़कर धर्म ध्यान में मन को लगाना चाहिए कार्यक्रम में महुआ से आये केशव एण्ड पार्टी ने बधाई गीत गाकर कार्यक्रम का समापन किया अमीरगंज समाज कमेटी के द्वारा पुण्यार्जक परिवार का और पंडित प्रमोद जी शास्त्री का सम्मान किया गया इस मौके पर भागचंद फूलेता, विमल बरवास ,राजू सर्राफ ,धर्म दाखिया, कमल सराफ मौजूद थे।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान