मुरैना (मनोज जैन नायक) नगर के श्री पार्श्वनाथ दि. जैन पंचायती बड़ा जैन मंदिर में ध्वजारोहण के साथ श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का शुभारंभ हुआ ।
विधानाचार्य पंडित चक्रेश शास्त्री द्वारा प्रदत्त जानकारी के अनुसार जैन संस्कृत विद्यालय के पूर्व प्राचार्य एवं वयोवृद्ध प्रतिष्ठाचार्य पंडित महेन्द्रकुमार शास्त्री के निर्देशन व नवनीत शास्त्री, संदीप शास्त्री, अभिषेक शास्त्री के आचार्यत्व में सकल जैन समाज के सहयोग से श्री सिद्धचक्र महामंडल विधान का भव्य आयोजन 29 अक्टूबर से 06 नवंबर तक होने जा रहा है । आज प्रथम दिन प्रातःकालीन बेला में सर्वप्रथम श्री जिनेन्द्र प्रभु को पाण्डुक शिला पर विराजमान कर कलषाभिषेक, शांतिधारा एवं नित्यमह पूजन किया गया । तत्पश्चात श्रावकश्रेष्ठि प्रेमचंद जैन (वंदना साड़ी) द्वारा विधिविधान पूर्वक मंत्रोच्चारण के साथ ध्वजारोहण किया गया ।
श्री सिद्ध परमेष्ठियों की भक्ति, पूजा, आराधना, उपासना के लिए मंडप में एक भव्य एवं आकर्षक माढ़ने की रचना की गई। वरिष्ठ प्रतिष्ठाचार्य पंडित महेन्द्रकुमार शास्त्री के निर्देशन में अन्य विधानाचार्यों द्वारा भूमि, मंडप एवं दिशाओं का बंधन करते हुए सकलीकरण, पात्र शुद्धि, इंद्र प्रतिष्ठा आदि क्रियाएं विधिविधान एवं मंत्रोच्चारण के साथ सम्पन्न कराईं ।
प्रारंभिक धार्मिक क्रियाओं के पश्चात श्री 1008 सिद्धचक्र महामंडल विधान की प्रथम पूजन कर सिद्ध परमेष्ठियों की आराधना करते हुए आठ अर्घ्य समर्पित किए ।
विधान में सौधर्म इंद्र पंकज संगीता जैन (मेडिकल वाले), यज्ञनायक विमल संगीता जैन (पलपुरा), कुबेर इंद्र नेमीचंद ममता जैन (ट्रांसपोर्ट), श्रीपाल मैनासुंदरी पंकज ज्योति जैन (किराना) एवं इंद्र स्वरूप में जवाहरलाल वरैया, भागचंद पुष्पलता जैन, राजीव मंजूषा जैन, रवि अल्पना जैन, शैलेन्द्र नीतू जैन मुकुट, हार, बाजूबंद से सुसज्जित होकर पूजन मंडप में विराजमान थे ।
कल गुरुवार 30 अक्टूबर को विधान की द्वितीय पूजन की जाएगी और श्री सिद्ध परमेष्ठियों का गुणगान करते हुए सोलह अर्घ्य समर्पित किए जाएंगे।
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