फागी संवाददाता
जयपुर – टौक रोड स्थित तारों की कूट पर सूर्य नगर कालोनी में जैन बन्धुओं के घरों में चल रहे ‘घर घर मंगलाचार’ धार्मिक आयोजन की कड़ी में ऋषभ मार्ग स्थित कोटखावदा हाऊस में राजस्थान जैन सभा जयपुर के उपाध्यक्ष विनोद – दीपिका जैन कोटखावदा के नेतृत्व में जिन शासन नायक वर्धमान महावीर की भक्ति में श्री वर्धमान स्तोत्र का 64 ऋद्धि मंत्रों के साथ संगीतमय पाठ का आयोजन किया गया। इस मौके पर बडी संख्या में जैन धर्मावलंबी शामिल हुए कार्यक्रम में रात्रि 8.00 बजे से आयोजित इस भव्य आयोजन में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का कोटखावदा परिवार की ओर से सभी के मस्तक पर केसर का तिलक लगाकर भव्य अगवानी की गई, उक्त कार्यक्रम का भगवान महावीर के चित्र के समक्ष मैना देवी कासलीवाल, मुन्ना देवी वैद, विनोद – दीपिका जैन कोटखावदा, सुनिता हल्दैनिया, दिव्या बाकलीवाल, देवांश बाकलीवाल ने दीप प्रज्वलित कर शुभारंभ किया, कार्यक्रम में गायक सुशील झांझरी एवं शिखर चन्द जैन एवं टीम ने संगीतमय प्रस्तुति दी कार्यक्रम में मुनि प्रणम्य सागर महाराज द्वारा रचित श्री वर्धमान स्तोत्र का पाठ के अन्तर्गत 64 श्लोकों के माध्यम से भगवान महावीर की स्तुति की गई,विनोद जैन कोटखावदा ने बताया कि सभी प्रकार के रोग, शोक, वियोग, जन्म, सौभाग्य के क्षणों में श्री वर्धमान स्तोत्र अनुष्ठान का सामूहिक आयोजन परिवार के लिए मंगलकारी होता ओर बताया कि ‘वर्धमान जिनदेव युगलपद…… से शुरु हुए इस स्तोत्र अनुष्ठान का ‘हर क्षण बढ़ते ज्ञान सुखों का, पाओ तुम ‘ प्रणम्य’ शिव फल।। के बाद ॐ अर्हं ॐ अर्हं ॐ अर्हं बोल….. के साथ समापन किया गया। इस मौके पर पंखिडा तू उडकर जाना कुण्डलपुर रे….., रंग मां रंग मां रंग मां रे प्रभू थारा ही रंग मा रंग गया रे…., जय बोलो महावीर की त्रिशला नन्दन वीर की….., केसरिया केसरिया आज हमारो रंग केसरिया…., कलशा डालो रे डालो रे डालो नर नारी….. महावीर की मूंगावृर्णी मूरत मनहारी…… सहित कई भजनों पर उपस्थित श्रद्धालुगण झूम उठे।
अन्त में पंच परमेष्ठी एवं भगवान महावीर की आरती के साथ कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
राजाबाबू गोधा जैन गजट संवाददाता राजस्थान