देवो द्वारा हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा तो उमड़ पड़ा जन सैलाब जैन समाज द्वारा डीग कस्बे में जैन समाज द्वारा निकाली गई विशाल गजरथ शोभायात्रा

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आचार्य वसुनंदी महाराज के सानिध्य में मनाया गया जन्मकल्याणक
सकल दिगंबर जैन समाज डीग द्वारा जैन आचार्य वसुनंदी महाराज ससंघ सानिध्य में चल रहे पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव के दूसरे दिन भगवान आदिनाथ का जन्म कल्याणक बड़ी धूमधाम से मनाया गया तो वही संपूर्ण डीग कस्बे में विशाल गजरथ शोभायात्रा निकाली गई।
दूसरे दिवस पर मेला ग्राउंड डीग में निर्मित अयोध्या नगरी में महाराजा नाभिराय के यहां महारानी मरु देवी की कुक्षी से बालक आदिकुमार का जन्म हुआ तो सम्पूर्ण नगर में खुशियां मनाई गई। ऐसा लग रहा था कि साक्षात भगवान का जन्म हुआ है। तभी सौधर्म इंद्र शचि इंद्राणी को मरुदेवी के कक्ष में भेजकर मायावी बालक को वहां सुलाकर बालक आदिकुमार को लेकर आने का निवेदन करते हैं और ऐरावत हाथी पर विराजमान कर पांडुक शिला पर ले जाकर 1008 कलशों से प्रभु का अभिषेक कर स्वयं को धन्य मानता है।
नगर में निकाली गई विशाल शोभायात्रा:- इस अवसर पर मेला ग्रांउड से लक्ष्मण मन्दिर,मुख्य बाजार, नई सड़क होकर विशाल शोभायात्रा निकाली गई तो तीन तीन गजराजों को देखकर नगर वासी हर्षित होने लगे। शोभायात्रा में जयपुर से आया महिला बेंड,जैन बेंड टीकमगढ़, राजू बेंड जेवर,राया की नपीरी के साथ साथ सुसज्जित बग्गी में विराजमान इंद्र इंद्राणी,जैन चिन्ह व झांकी मुख्य आकर्षण का केंद्र रही। शोभायात्रा से पूर्व आचार्य वसुनंदी महाराज ने कहा कि बड़े ही पुण्य कर्म से भगवान के पंचकल्याणक करने का सौभाग्य प्राप्त होता है अतः सभी को ऐसे उच्च धार्मिक आयोजनों में बढ़चढ़ भाग ही नही लेना चाहिए अपितु अपनी लक्ष्मी का भी खुलकर उपयोग करना चाहिये।
आदिनाथ जन्मकल्याणक पर हो सार्वजनिक अवकाश इस अवसर पर धर्म जागृति संस्थान के राष्ट्रीय प्रचार मंत्री संजय जैन बड़जात्या कामां ने कहा कि जैनत्व को सही पहचान दिलाने के लिए संपूर्ण भारतवर्ष में आदिनाथ जन्म कल्याणक पर सार्वजनिक अवकाश होना चाहिए जिसका अनुमोदन करते हुए आचार्य वसुनंदी ने कहा कि समस्त जैन समाज को इस दिशा में आवश्यक प्रयास करने चाहिए क्योंकि भगवान महावीर स्वामी तो वर्तमान शासन नायक व चौबीसवें तीर्थंकर हैं जबकि जैन धर्म अनादि निधन तो है ही किंतु काल के प्रभाव के कारण वर्तमान में आदिनाथ भगवान को जैन धर्म का प्रवर्तक माना जाता है।
जगह जगह हुए स्वागत व सम्मान;- संपूर्ण नगरी को जहां तोरण द्वारों एवं फ्लेक्सों से सजाया गया थातो वही जैसे ही शोभायात्रा मुख्य बाजार में पहुँची तो स्वागत करने वालों का तांता लग गया। उधर दूसरी तरफ विभिन्न समाजों ने स्वागत व सम्मान कर पुष्प वर्षा की।
हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा इस अवसर पर मंडी प्रांगण में हेलीपैड का निर्माण किया गया तो वही इन्द्रो ने संपूर्ण नगर पर पुष्प वर्षा की। जैसे ही हेलिकॉप्टर बार बार आ रहा था तो लोगो की निगाहें आसमान में उठ रही थी। युवाओं में विशेष उत्साह देखा गया तो आसपास की जगहों से जैन समाज के हजारों श्रावक व श्राविका कार्यक्रम में पहुँचे।

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