दीपावली धनतेरस पर 85 लोगों ने भगवान की शांति धारा की अग्रवाल दिगंबर जैन बड़े मंदिर में
जैन मुनि प्रज्ञान सागर प्रसिद्ध सागर महाराज के सानिध्य
19 अक्टूबर रविवार
अग्रवाल दिगंबर जैन बड़े मंदिर में पहली बार छोटे-छोटे बच्चों युवाओं ने 85 लोगों ने दोनों समाज ने अपनी आमनान्य विधि विधान से श्री जी की शांति धारा अभिषेक किया
पहली बार मुनि श्री के सानिध्य में 85 लोगों ने नियम लेकर शांति धारा की इस अवसर पर समाज के 200 व्यक्तियों ने आज के दिन धर्म साधना के लिए नियम लिए
श्रीमती गुटका बाई मोडीका परिवार पुण्य स्मृति में महाराज के सानिध्य में अनेकों भक्तों महिलाओं ने शांति धारा करने का सौभाग्य प्राप्त किया
इस अवसर पर चांदी के सिक्के फलों का वितरण किया गया
भगवान महावीर के उपदेशों को जीवन में उतरना ही धनतेरस मनाना सार्थक मुनि ने बताया
जैन मुनि प्रज्ञान सागर महाराज ने रविवार को अग्रवाल दिगंबर जैन मंदिर में धर्म सभा को बताया अच्छे कर्म के बीच भूमि में डालने पर अच्छा वृक्ष का निर्माण होता है जिसमें सदैव छाया वह फल सदा भी प्राप्त होना बताया
महाराज ने यह भी बताया कि परिवार में अशांति होने का कार्य अपने मन में राग द्भैश दूसरों के प्रति उत्पन्न होना ही अशांति होना है
दीपावली पर भोग की वस्तुएं खरीद कर मनुष्य सुख मान रहा है
जैन मुनि प्रसिद्ध सागर महाराज में बताया कि मनुष्य का जीवन विपत्तियों से भरा हुआ है हमारे द्वारा कर्म ही सुख दुख को देने वाले हैं
सूर्य एक दिशा से निकलता है और पृथ्वी पर 10 दिशाओं में अपना प्रकाश करता है
मुनि ने बताया कि धनतेरस पर मनुष्य गाड़ी घोड़े सोना चांदी दुनिया भर की वस्तुएं खरीद कर प्रश्न होता है अपनी आत्मा के लिए ईश्वर का स्मरण करना ही धनतेरस दीपावली मनाना मनुष्य के लिए जीवन सार्थक होना बताया
महावीर कुमार सरावगी
चातुर्मास प्रचार मंत्री
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