नई दिल्लीः सकल जैन समाज ने विश्व जैन संगठन के संयोजन में रामलीला मैदान में 17 दिसंबर को तीर्थ बचाओ धर्म बचाओ आंदोलन का आयोजन किया। सभा में दूर-दूर से आए हजारों स्त्री-पुरुषों व बच्चों ने भाग लिया। संजय जैन, रुचि जैन, नीरू जैन, रवि जैन-गुरूजी, अचल जैन, डा. इंदु जैन, कवि सौरभ जैन, सजल जैन आदि ने सिद्धक्षेत्र गिरनारजी, उदयगिरि-खंडगिरि, मंदारगिरि, गोपाचल पर्वत, गोम्मटगिरि, पालीताना आदि प्राचीन तीर्थक्षेत्रों पर हो रहे अतिक्रमण व अवैध कब्जों को दूर करने की मांग सरकार से की। सभी इस आशय के बैनर लिए हुए थे और जोर-जोर से नारे लगा रहे थे।
आचार्य सुनील सागरजी ने अपने संदेश में कहा कि गिरनारजी में श्रीकृष्ण जी के चचेरे भाई 22वें तीर्थंकर भगवान नेमिनाथ की टोंक पर जैनों को निर्वाण लाडू चढाने का अधिकार मिलना चाहिए। वहां सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था होनी चाहिए। यह खुशी की बात है कि राम मंदिर का शुभारंभ होने जा रहा है, मथुरा, काशी में भी हमें सफलता मिलेगी। हमारा सरकार से निवेदन है कि साथ ही अल्पसंख्यक जैनों के सभी तीर्थों, मंदिरों व संस्कृति का संरक्षण भी जरूरी है। कोर्ट के निर्णयों का पालन होना चाहिए। आचार्य श्री ने अनेक संतों के साथ 48 घंटे का अनशन करने की घोषणा की। आकाश जैन के अनुसार इस आशय के ज्ञापन राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व गुजरात के मुख्यमंत्री को भेजे गए। सभा में क्षुल्लक सौरभ सागरजी, विपिन जैन ( भाजपा नेता ), यश जैन, शरद कासलीवाल, रमेश जैन एडवोकेट नवभारत टाइम्स, प्रदीप जैन, मास्टर सुधीर जैन, विराग जैन-प्रवक्ता, प्रवीन जैन सा.म. आदि गणमान्य व्यक्तियों सहित बाहर के नगरों से आए सैंकडों
लोग मौजूद थे।
प्रस्तुतिः रमेश चंद्र जैन एडवोकेट, नवभारत टाइम्स, नई दिल्ली
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