दसलक्षण महापर्व एवं ध्यान की महिमा

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गुवाहाटी : भगवान महावीर धर्मस्थल मे आर्यिका रत्न 105 पूर्णमति माताजी की आज्ञानुवर्तिनी विदुषी शिष्या बा.ब्र.रितु दीदी एवं पिंकी दीदी के पावन सानिध्य में आज दसलक्षण महापर्व के छठे दिन उत्तम सयम धर्म भक्ति एवं हर्षोल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर रितु दीदी ने उत्तम सयम धर्म पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए उत्तम सयम की महत्ता समझाते हुए सुगंध दशमी पर कहा कि मन को बस में करना सामान्य चीज नहीं है। मन को अच्छे कार्यों में नहीं लगाया जाएगा तो हमारी दुर्गति होगी। उल्लेखनीय है कि दस लक्षण पर्व ज्यो- ज्यो समापन की ओर जा रहा है, तप करने वालों में एक ज्वार सा आ रहा है। उन्होंने दस लक्षण महापर्व की विशेषता बताते हुए कहा कि यह पर्व हमें स्मृति दिलाता है कि हम केवल शरीर तक ही सीमित नहीं रहें बल्कि आत्मा के बारे में भी आत्म चिंतन करें ; आत्मा का संबोध प्राप्त करें और आत्मा तक पहूंचने का प्रयत्न करें। भगवान महावीर धर्मस्थल में प्रातः सामायिक, प्रतिक्रमण एवं सायंकाल आरती पश्चात् चल रही ध्यान क्रिया पर ध्यान विशेषज्ञ रितु दीदी ने अपनी विचार व्यक्त करते हुए कहा कि ध्यान चित्त की एकाग्रता से है। ध्यान में व्यक्ति को संकल्प- विकल्पों से रहित होकर आत्मावलोकन करना होता है। ध्याता, ध्येय और ध्यान इन तीन शब्दों का सारगर्भित विश्लेषण करते हुए कहा कि ध्यान केवल आंख मूंदना नहीं, आत्मारूपी खजाने को प्राप्त करना है। ध्यान जीवन का कायाकल्प करने वाली संजीवनी है। ध्यान करने वाला “रहे भीतर जिए बाहर” को आत्मसात कर लेता है। विभाव से हटकर स्वभाव में आना ही ध्यान की प्रक्रिया है, तभी आनन्द की अनुभूति होती है। गुवाहाटी क्षेत्र के रेहाबाड़ी, केदार रोड, मालीगांव, पांडू आदि स्थानों से दिगम्बर जैन बंधु रितु दीदी एवं पिंकी दीदी के सन्निधि में सायंकालीन कराये जा रहे ध्यान का लाभ प्राप्त कर रहे हैं। प्रातः सूर्योदय पूर्व से लेकर देर रात तक बहने वाली आध्यात्मिक गंगा में डुबकी लगाकर लोग अपनी आत्मा के कल्याण का प्रयास कर रहे हैं। श्री दिगम्बर जैन पंचायत, गुवाहाटी के अध्यक्ष महावीर जैन (हाथीगोला) एवं मंत्री बीरेंद्र सरावगी ने सभी समाज बंधुओं से निवेदन किया है कि दसलक्षण महापर्व में धर्म, ध्यान व आध्यात्म की साधना का अवसर प्राप्त करें और अपने मोक्ष मार्ग को प्रशस्त करें। मुख्य संयोजक ओमप्रकाश सेठी ने उन सभी महानुभावों से विनम्रता पूर्वक इस दसलक्षण महापर्व के अवशेष दिनों में इस अवसर का लाभ लेने का निवेदन किया है जिन्होंने अभी तक दीदी द्वारा कराये जा रहे ध्यान प्रक्रिया का किसी कारणवश लाभ नहीं लिया है। यह प्रेस विज्ञप्ति सहसंयोजक सुनिल कुमार सेठी द्वारा दी गई है।

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