18 सितंबर को मनाया जायेगा क्षमावाणी पर्व
मुरैना (मनोज जैन नायक) दशलक्षण महापर्व 08 सितंबर से प्रारंभ होंगे, जो 17 सितंबर को अनंत चतुर्दशी के दिन पूर्ण होंगे।
ज्योतिषाचार्य डॉ हुकुमचंद जैन ने जानकारी देते हुए कहा कि ऋषि पंचमी से अनंत चतुर्दशी तक जैन धर्माब्लमी प्रातः हर दिन जिनेन्द्र भगवान का अभिषेक,नित्तनियम पूजन , दशलक्षण धर्म के प्रत्येक दिन के अनुसार क्रमशः उत्तम क्षमा,उत्तम मार्दव ,उत्तम आर्जव,उत्तम शौच,उत्तम सत्य,उत्तम संयम,उत्तम तप,उत्तम त्याग, उत्तम आकिंचन्य, उत्तम ब्रह्मचर्य के उपवास, व्रत रख कर पूर्ण भक्ति भाव से पूजन करते हैं।
पर्व के बीच 13 सितम्बर शुक्रवार को सुगंध दशमी व्रत बड़े ही उत्साह धूम धाम से मनाया जाता है।
जैन समाज के हर नर नारी ,बच्चे सभी प्रातः जिनेन्द्र भगवान जी का अभिषेक, पूजन पाठ करते हैं दोपहर बाद शहर के सभी जैन मंदिरों में दर्शन करते हुए धूप खेते है।
दशमी के दिन महिलाएं खास तौर से व्रत उपवास रखती हुई भगवान की भक्ति करके धूप खेती है।
अनंत चतुर्दशी को उपवास के उपरांत फिर क्षमा वाणी कार्य क्रम प्रारंभ होते हैं जो क्षमावाणी पर्व मुख्य रूप से 18 सितंबर बुधवार को है।
और क्षमा वाणी का ये कार्यक्रम फिर कुछ दिन चलता रहता है समाज के लोग पूरे वर्ष भर में की गई गलती के लिए एक दूसरे से विनम्रता पूर्वक क्षमा मांगते हैं।