नैनवा 4 नवंबर सोमवार 2024
शांति वीर धर्म स्थल पर भगवान महावीर जिनालय में मुनि श्रुतेशसागर जी महाराज ससंग के परम सानिध्य में भगवान का अभिषेक शांति धारा के साथ मंडल विधान अपार धर्म प्रभावों के साथ संपन्न हुआ
प्रतिष्ठाचार्य नरेंद्र शास्त्री के सानिध्य ने 151 श्री फल चढ़ाकर अनेक भक्तों ने धर्म लाभ प्राप्त किया
भावों को निर्मल बनाना ही धर्म है
मन वचन काय से अपने द्वारा बोले गए वचनों से किसी को कष्ट ना हो यह धर्म है
मुनि ने बताया साधु संतों का समागम बार-बार प्राप्त नहीं होता यह तो पुण्य मिलने पर ही मुनि के दर्शन एवं उनके वचनों का लाभ भक्त को प्राप्त होता है
मुनि ने भक्तों को यह भी बताया शेर व गाय सांप व नेवला बिल्ली व चूहा भगवान के शमोशरण में जाने पर उनको दिव्या देशना सुनने से उन्होंने क्षमता धारण कर मैत्री भावना मन में उत्पन्न हुई उसी से अपनी पर्याय को छोड़कर क्षमता धारण करके मृत्यु होने के उपरांत देव गति में अपना स्थान प्राप्त किया
ऐसा क्षमता धारण करने पर जीव को उच्च गति प्राप्त हुई
महावीर कुमार जैन सरावगी
दिगंबर जैन समाज प्रवक्ता
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