यमुनानगर, 18 मार्च (डा. आर. के. जैन):
श्री महावीर दिगम्बर जैन मंदिर के तत्वाधान में जैन चैरिटेबल ग्रुप के द्वारा व अमन सोई व सांवरिया प्लाईवूड परिवार के सहयोग से जगाधरी कुष्ठ आश्रम में भोजन वितरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमन सोई ने की तथा संचालन राजीव सूद ने किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ णमोकार महामंत्र का उच्चारण कर किया गया। जितेन्द्र सोही ने जानकारी देते हुये बताया कि जैन चेरिटेबल ग्रुप द्वारा प्रभु की कृपा से अनेक प्रकार धार्मिक व सामाजिक कार्य किये जा रहे है, इसी श्रंखला में ग्रुप द्वारा हर रविवार को असहाय व जरूरतमंद लोगों को भोजन वितरित करने का निर्णय लिया है और इसी कड़ी में यह भोजन वितरण कार्यक्रम अमन सोई व सांवरिया प्लाईवूड परिवार के सहयोग से आयोजित किया गया। उन्होंने बताया कि इस प्रकार के समाज सेवा कार्य किया जाना हर प्रकार से शुभ सिद्ध होता है, क्योंकि इस प्रकार से जरूरतमंद व्यक्ति तक अन्न का दाना पहुँचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हर धर्म में निस्वार्थ भाव से मानव सेवा को ही सबसे उच्च सेवा कहा गया है और समाज में बहुत से ऐसे लोग है जिन्हें दो वक्त रोटी भी नसीब नहीं हो पाती है, ऐसे में भोजन वितरण कार्यक्रम का महत्व और भी बढ़ जाता है। पुनीत गोल्डी ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान जरूरतमंदों के लिये भोजन के रूप में सब्जी, रोटी व मिठाई की व्यवस्था की गई, जिसको लगभग 60 लोगों ने ग्रहण किया। उन्होंने समाज से आग्रह करते हुये कहा कि यह बहुत ही पुण्य का कार्य है और सभी समाजों के लोगों को इसमें सहयोग देना चाहिये तथा अपने जन्मदिन, विवाह की वर्षगांठ, बच्चों के जन्मदिन व अपनों की पुण्यतिथि आदि अवसरों पर सहयोग दें ताकि यह कार्य निरंतर चलाया जा सके। इस अवसर पर अश्वनी, मुकेश नागपाल, विनोद अरोड़ा, अमन भण्डारी, पुनीत जैन, मोन्टी डांग, विकास जैन, पारस, शिवम, शुभम, यश, निपुन, रजत, के. के. जैन, नीरज जैन, सौरभ सैनी, अमित सुध आदि ने सहयोग दिया।
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जरूरतमंदों को भोजन वितरित करते पदाधिकारी……………(डा. आर. के. जैन)
इलाज से बेहतर है परहेज, स्वस्थ रहने के लिये अपनाएं योग
यमुनानगर, 18 मार्च (डा. आर. के. जैन):
21 जून 2015 से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की पहल दुनिया के हर कोने तक पहुंची है। तपते रेगिस्तानी से लेकर सियाचिन की बर्फीली चोटियां समेत दिल्ली से डेनमार्क, पंजाब से पेरिस, आर्कटिक से लेकर अंटार्कटिका तक यह खास दिन योगमय होता है। योग एक दिवस विशेष के आयोजन तक सीमित नहीं है, बल्कि हर दिन एक नई उमंग से जीवन जीने की सतत प्रक्रिया है। योगाचार्य सुरेश पाल ने जानकारी देते हुये बताया कि जून की तपती 21 तारीख को उत्तरी गोलार्ध में सूर्य का प्रकाश सबसे लंबे समय तक रहने की वजह से साल के इस सबसे बड़े दिन को और बड़ा बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के समक्ष इसे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने का सुझाव रखा था। महासभा के 193 सदस्य देशों में से 175 की स्वीकृति से 21 जून, 2015 को मनाए गए पहले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से लेकर इस बार 12 वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के मौके तक पूरी दुनिया योगलीन है। उन्होंने बताया कि हमारे वेदों में सप्त ऋषियों का जिक्र किया गया है, जिसमें से एक अगस्त्य ऋषि ने योग को जीवन पद्धति का अहम हिस्सा बनाने में बड़ा योगदान दिया। इस परम्परा को आगे बढ़ाते हुए महर्षि पतंजलि ने पतंजलि योग सूत्र के जरिए सहज योग से परिचय कराया। बीते 11 वर्षों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सर्वे भवन्तु सुखिनः: का भाव वसुधैव कुटुम्बकम् यानी पूरी दुनिया को एक परिवार मान साकार कर रहा है। योग जैसी सॉफ्ट, स्मार्ट स्किल के बल पर भारत पूरी दुनिया को दिशा देने में समर्थ है। उन्होंने योग भगाए रोग का संदेश दुनिया को देने वाले भारत के ही ज्यादातर लोग रोग से घिरे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यू.एच.ओ.) की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और चीन के बाद भारत में सर्वाधिक 20 करोड़ लोग डिप्रेशन के शिकार हैं। 42 प्रतिशत कर्मचारी डिप्रेशन व एंग्जाइटी से पीड़ित हैं। दुनिया की डायबिटीज कैपिटल भारत में पूरी दुनिया के कुल डायबिटीज मरीजों में से 20 प्रतिशत हैं। ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत में 10 करोड़ से अधिक लोग डायबिटीज की चपेट में हैं। इस बीमारी का सबसे बड़ा कारण खराब जीवनशैली है, जबकि सरल इलाज योग है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (एन.एफ.एच.एस) के ताजा आंकड़ों से पता चलता है कि भारत में हर 16 में से एक महिला और 25 में से एक पुरुष मोटापे का शिकार है। देशभर में पंजाब सबसे अधिक मोटापे की दर वाला राज्य है। यहां की 14.2 प्रतिशत महिलाएं व 8.3 प्रतिशत पुरुष मोटापे से ग्रस्त हैं। सुरेश पाल ने बताया कि बीमारियों की बाढ़ से बचने के लिए हर रोज 24 घंटे में से 24 मिनट भी योग करें तो आप अपनी मेहनत की जमा पूंजी को अस्पतालों में इलाज पर लुटाने से बच सकते हैं। पहले ही मरीजों से भरे अस्पतालों में इलाज पर लाखों रुपए लुटाने के बाद भी कोई गारंटी नहीं कि आपके प्रियजन पूरी तरह से ठीक होकर घर वापस लौटेंगे। इलाज से बेहतर परहेज है, खुद को स्वस्थ रखने के लिए पहले ही योग अपनाएं। योग के कई आसन, जैसे प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, कपालभाति, भ्रामरी आदि इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि सूर्य नमस्कार का चमत्कार भी कम नहीं। अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान द्वारा जारी रिपोर्ट साइंस बिहाइंड सूर्य नमस्कार के अनुसार विज्ञान ने सूर्य की उपचार शक्तियों व सूर्य नमस्कार के स्वास्थ्य लाभों को मान्यता दी है। सूर्य नमस्कार का अभ्यास शरीर में जरूरी विटामिन डी को बनाए रखने में मदद करता है। सूर्य नमस्कार के 12 आसनों का अभ्यास जीवन में सहजता व नेतृत्व क्षमता को बढ़ाता है। जीने की कला योग को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के एक आयोजन मात्र तक ही सीमित न रखते हुए एक दिन में 24 मिनट भी योग करें तो कई सारी शारीरिक व मानसिक बीमारियों से छुटकारा मिलेगा। जीवन की असली कमाई निरोग शरीर है और इसका आधार केवल योग है।
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जानकारी देते योगाचार्य सुरेश पाल………………(डा. आर. के. जैन)